सगीर अहमद, कर्रा. कर्रा प्रखंड मुख्यालय से करीब छह किलोमीटर दूर घोरपिंडा गांव के समीप प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण पिकनिक स्पॉट बाघलता नववर्ष के लिए सैलानियों की पसंदीदा जगह बनता जा रहा है. नदी की धारा के आसपास जंगल की हरियाली भी देखने योग्य है. जहां छाता नदी की कल-कल करती धारा पत्थरों को चीरती हुई बहती है. ऊंचा-नीचा, पहाड़-पत्थर प्राकृतिक सौंदर्य में चार चांद लगाते हैं. नदी की बहती धारा के किनारे बालू का मैदान है. जहां पिकनिक मनाने आये सैलानी खेल-कूद व मौज-मस्ती करते देखे जाते हैं. बाघलता में ही थोड़ी दूरी पर पेरवाघाघ नामक स्थान भी है. जहां भीषण गर्मी में भी कभी पानी नहीं सूखता है. घोरपिंडा गांव के लोगों ने बताया कि बाघलता में सालों भर लोगों का आना-जाना लगा रहता है. नव वर्ष पर सैकड़ों सैलानी अपने परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने बाघलता पहुंचते हैं. छाता नदी में पहाड़ व पत्थरों का टाका-टुटू गुफा नुमा स्थान बाघलता के नाम प्रसिद्ध है. पुराने जमाने में बाघलता बाघ का घर हुआ करता था लेकिन समय के साथ जंगली जानवरों का बसेरा खत्म हो चुका है.
कैसे पहुंचें बाघलता
कर्रा रेलवे स्टेशन से तोरपा जानेवाली मुख्य सड़क के बुड़का गांव समीप मोड़ करीब एक किलोमीटर अंदर घोरपिंडा गांव का मैदान टोली है. जिसके थोड़ी दूरी पर छाता नदी में बाघलता नामक पिकनिक स्पॉट है. बाघलता तक दो पहिया व चार पहिया वाहन आराम से पहुंच जाता है. बस व बड़ी गाड़ी गांव घोरपिंडा मैदान टोली तक आराम से पहुंच सकती है. जहां से पिकनिक स्पॉट काफी नजदीक है.
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