खूंटी: ग्रामीण अफीम की अवैध खेती कदापि नहीं करें. इसका दुष्परिणाम समाज व क्षेत्र पर पड़ता है. अफीम की खेती से परिवार में अशांति फैलती है. खेत बंजर हो जाते हैं. तस्करों के बहकावे में आकर कभी भी किसान अफीम की खेती नहीं लगायें. उक्त बातें खूंटी के हेसाहातू गांव में कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत आयोजित कार्यक्रम में एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने गुरुवार को कही.
श्री सिन्हा ने कहा कि अफीम की अवैध खेती करनेवालों पर प्रशासन कानूनी कार्रवाई करेगा. उन्होंने ग्रामीणों से पुलिस को गुप्त सूचना देने की अपील की. कहा कि दूसरे जिले के कई अवांछित तत्व उक्त अवैध खेती को बढ़ावा देने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना आ रहे हैं. संविधान की गलत व्याख्या कर रहे हैं. पुलिस प्रशासन उनके मंसूबों को कदापि पूरा नहीं होने देगा. जनता सहयोग दें, पुलिस साथ मिल कर क्षेत्र का विकास व एकता की मिसाल पेश करेगी. एसपी ने लोगों से डायन प्रथा व सामाजिक कुरीतियों को दूर करने की दिशा में जागरूक होने की अपील की. डायन को उन्होंने महज एक अंधविश्वास करार दिया.
एसडीपीओ रणवीर सिंह के मुताबिक मौके पर ग्रामीणों ने कहा कि सभी कांकी की घटना (पुलिस को बंधक बनाये जाने की) का विरोध करते हैं. सभी विकास चाहते हैं, ताकि क्षेत्र से गरीबी का उन्मूलन हो सके. ग्रामीणों ने विकास कार्य लेने का संकल्प भी लिया. एसपी ने ग्रामीणों के बीच 300 कंबल सहित खिलाड़ियों के बीच काफी संख्या में खेल सामग्री वितरित की. छह दिसंबर को चांपी गांव में भी जिला पुलिस प्रशासन ने उक्त कार्यक्रम के तहत ग्रामीणों के बीच कंबल सहित युवाओं के बीच खेल सामग्री बांटी. मौके पर एसडीपीओ रणवीर सिंह, प्रोबेशनर डीएसपी आशुतोष सत्यम, थानेदार अहमद अलि, ग्राम प्रधान कुलिया मुंडा, मुखिया भदवा उरांव आदि मौजूद थे.