जामताड़ा. समाहरणालय सभागार में डीसी रवि आनंद की अध्यक्षता में जिला बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति की बैठक हुई. इस अवसर पर जिले में संचालित, जिला बाल संरक्षण इकाई, बाल कल्याण समिति, किशोर न्याय बोर्ड, जामताड़ा, चाइल्ड हेल्पलाइन, जामताड़ा तथा बाल गृह (बालक) एवं विशिष्ट दत्तक ग्रहण अभिकरण की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली गयी. डीसी ने कहा कि बाल संरक्षण समाज की साझा जिम्मेदारी है. बाल संरक्षण से जुड़े प्रकरणों में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए तथा किसी भी स्थिति में बच्चों के अधिकारों से समझौता न हो. समाज की जागरूकता ही वास्तविक बदलाव ला सकती है. जिले में किसी भी बच्चे को असुरक्षित माहौल का सामना न करना पड़े, यह सुनिश्चित करें. पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण समिति का गठन करने का निर्देश दिया गया. बाल विवाह से संबंधित मामले प्राप्त होने पर वर एवं वधु दोनों पक्ष पर थाना में मामला दर्ज करने काे कहा गया. जिले में गठित धावा दल द्वारा समय-समय पर जिले के होटलों, ढाबों, रेस्तराओं, गराजों, ईंट-भट्ठों सहित अन्य प्रतिष्ठानों में निरीक्षण कर बाल श्रम का हर हाल में निषेध करने काे कहा. वहीं जिले में संचालित विशिष्ट दत्तक ग्रहण अभिकरण पर मनमानी ढंग से अभिकरण को संचालित करने के कारण स्पष्टीकरण करने का निर्देश दिया. मौके पर डीडीसी निरंजन कुमार, एसी पूनम कच्छप, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव पवन कुमार, सिविल सर्जन डॉ आनंद मोहन सोरेन, डीइओ चार्ल्स हेंब्रम, डीएसपी चंद्रशेखर, जिला कौशल विकास पदाधिकारी प्रशांत टुडु, नगर पंचायत ईओ सोमा खण्डेत, डीसीपीओ अंजू पोद्दार सहित अन्य मौजूद रहे.
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