नारायणपुर. प्रखंड क्षेत्र के किसान पहले से ही अपने खेतों में लगे फसल सिंचित करने के लिए परेशान हैं. इसी बीच वन विभाग का अंग एनएफसीसी की ओर से बनाये गये चेकडैम ध्वस्त हो जाने से अब किसानों की चिंता दोगुनी हो गई है. मामला नारायणपुर प्रखंड क्षेत्र के सहरपुर पंचायत अंतर्गत घोडतड़िया गांव का है. यहां कुछ वर्ष पूर्व ही वन विभाग के अधीन एनएफसीसी ने चेकडैम का निर्माण कराया था, ताकि किसानों को अपनी खेतों में लगे फसल सिंचित करने में सुविधा हो, लेकिन यह किसानों के लिए आफत साबित हो रहा है. ग्राम प्रधान सनोद मरांडी, ग्रामीण रूपला सिंह, जनता राय, दुबराज सिंह और मुख्तार भट्ट ने कहा कि आज से कुछ वर्ष पहले चेकडैम का निर्माण विभाग की ओर से कराया गया है. निर्माण के समय इसमें गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा गया. यही कारण है कि आज चेकडेम ध्वस्त हो गया. चेकडैम के समीप का पानी सामने वाले खेत की और मुड़ गया है. इस कारण इसकी मिट्टी का कटाव जारी है और खेत धीरे-धीरे बर्बाद हो रहे हैं. लगातार दो वर्षों से इस खेत में फसल नहीं उग रहा है. धीरे-धीरे या खेत बंजर होने के कगार पर हो गया है. इससे नुकसान हो रहा है. किसानों ने कहा कि इसके निर्माण कार्य की जांच होनी चाहिए. आखिर किस तरह किसानों को नुकसान पहुंचाने के लिए यह चेकडैम बनाया गया है, जबकि चेकडैम का निर्माण किसानों को फायदा पहुंचाने के लिए किया जाता है. किसानों ने कहा कि अगर प्रशासन और संबंधित विभाग के लोग इस पर जांच कर उचित कार्रवाई नहीं करता है और नष्ट हुए खेत के लिए मुआवजा नहीं देता हैं तो हमलोग चरणबद्ध तरीके से आंदोलन के लिए बाध्य हो जायेंगे. क्या कहते हैं वनरक्षी इस चेकडैम का निर्माण एनएफसीसी की ओर से कराया गया है. निर्माण का उद्देश्य किसानों को सिंचाई में सुविधा प्रदान करना है. चेकडैम ध्वस्त होने की जानकारी वरीय पदाधिकारी को दी जायेगी. किसानों को हर संभव मदद दी जायेगी. – पुलक कुमार माल, वनरक्षी, नारायणपुर
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