Jamshedpur news.
आदिवासी कुड़मी समाज के केंद्रीय प्रवक्ता हरमोहन महतो ने कहा कि झारखंड सरकार राज्य पुलिस प्रशासन और रेल पुलिस दमनात्मक नीति अपना कुड़मी आंदोलन को कुचलने का प्रयास कर रही है. कुड़मी समाज लंबे समय से आदिवासी सूची में शामिल होने की मांग करता आ रहा है, लेकिन केंद्र सरकार बार-बार टाल-मटोल की रवैये अपना रहा है और कुड़मी समाज को उनके हक व अधिकार से वंचित कर रहा है. नतीजतन आज कुड़मी समाज मजबूरन रेलवे ट्रैक में उतरकर विरोध दर्ज करने को विवश है. पुलिस प्रशासन एवं रेल पुलिस से अनुरोध की गयी है कि कुड़मी आंदोलनकारियों के ऊपर अत्याचार, शोषण एवं झूठा मुकदमा नहीं करें, अन्यथा झारखंड, बंगाल व ओडिशा के लाखों कुड़मी जाति के लोग हिंसक आंदोलन करने के लिए मजबूर हो जायेंगे. उन्होंने कहा कि कुड़मी को आदिवासी सूची में शामिल करने के मुद्दे पर भारत सरकार का प्रतिनिधिमंडल समाज के लोगों से वार्ता करे, ताकि कुड़मी समाज के लोग आदिवासी बनने से संबंधित अपने दावे को प्रस्तुत कर सकें. श्री महतो ने कुड़मी समाज के लोगों से अपील की है कि वे शनिवार को गालूडीह स्टेशन पहुंचकर सामाजिक लड़ाई में अपनी चट्टानी एकता का परिचय दें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

