Jamshedpur news.
खासमहल स्थित जगन्नाथ मंदिर के समीप श्रीमहल में विहिप ने रविवार को अपना स्थापना दिवस आयोजित किया. स्थापना दिवस के मुख्य अतिथि सह साहित्यकार त्रिपुरा झा ने अपने संबोधन में हिंदू समाज के बीच समरसता बढ़ाने और सेवा कार्य के माध्यम से हिंदुओं को एकजुट करने की अपील की. उन्होंने कहा कि संपूर्ण समाज में संस्कारों की रक्षा करने का जो बीड़ा विहिप ने उठाया है, वह काबिल-ए-तारीफ है. इसमें सभी को ईमानदारी के साथ लगना होगा. विहिप के समक्ष सोए हुए हिंदू समाज को जागृत कर देश की मौजूदा चुनौतीपूर्ण स्थिति से लड़कर हिंदुओं को एकजुट रखना एक बड़ी जिम्मेदारी है. विहिप की स्थापना श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन 29 अगस्त 1964 को मुंबई के पवई स्थित स्वामी चिन्मयानंद के संदीपनी आश्रम में संघ के द्वितीय सर संघ चालक माधव सदाशिव राव गोलवलकर और सिख, जैन, बौद्ध समाज के गुरु, साधु, संत और उस वक्त के हिंदू समाज के पुनरुत्थान के चिंतक रहे गुरुजी के संपर्क में आये प्रबुद्ध जनों द्वारा की गयी. कार्यक्रम में विहिप दुर्गावाहिनी राष्ट्रीय संयोजिका प्रज्ञा, देवेंद्र गुप्ता, सुजीत साहू, दीपक शर्मा, अरुण सिंह, मिथिलेश महतो, अजय गुप्ता, सविता सिंह, गोपी राव, सहमंत्री उत्तम कुमार दास, बजरंग दल संयोजक चंदन दास, सह-संयोजक दीपक बजरंगी, सेवा प्रमुख जीतेंद्र प्रमाणिक, मनीष सिंह, आशुतोष काबरा, शोभा पाठक, विवेक सिंह, संतोष वर्मा, रवींद्र नारायण, अनिल मिश्रा समेत काफी संख्या में स्थानीय कार्यकर्ता उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

