जमशेदपुर : प्रशासन ने टाटा स्टील को शर्तों के साथ आश्रित (रजिस्टर्ड) कर्मी पुत्रों की बहाली परीक्षा लेने की अनुमति दे दी है. बहाली के लिए नौ जनवरी को परीक्षा होगी. इसके लिए शहर में 16 सेंटर बनाये जायेंगे. परीक्षा में 7500 कर्मचारी पुत्र शामिल होंगे और दो घंटे की लिखित परीक्षा में 100 सवाल पूछे जायेंगे.
लिखित परीक्षा व मेडिकल टेस्ट के बाद मेरिट के आधार पर सूची जारी की जायेगी. सूची से पहले साल प्रथम वरीयता के 175, दूसरे साल में 175 और तीसरे साल में 150 चयनित इम्प्लाई वार्ड को ट्रेनिंग पर भेजा जायेगा. एक साल की ट्रेनिंग के बाद उन्हें स्थायी किया जायेगा. ट्रेनिंग अवधि में 8778 रुपये छात्रवृत्ति मिलेगी. इसके बाद एनएस ग्रेड में ब्लॉक वन में नियुक्ति होगी.
बहाली परीक्षा के लिए लंबे समय से टाटा वर्कर्स यूनियन के नेता प्रयासरत थे. इसके लिए टीडब्ल्यूयू के अध्यक्ष संजीव कुमार चौधरी व महामंत्री सतीश सिंह ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी पत्र लिखा था. टिस्को निबंधित पुत्रों की बहाली परीक्षा कोविड गाइडलाइन के तहत होगी. इसमें कोविड-19 के संक्रमण से बचाव संबंधी सरकार के निर्देशों का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा. टाटा वर्कर्स यूनियन और प्रबंधन के बीच वर्ष 2019 में 500 कर्मचारी आश्रितों की बहाली पर सहमति बनी थी.
कोरोना को लेकर यह मामला लटक गया था. इसके पहले 8 मार्च 2011 को कर्मचारी के नियोजन पर समझौता हुआ था. तब यूनियन के अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय थे. तब एनएस ग्रेड में 682, सिक्यूरिटी में 347 और करीब 100 मैट्रिक पास पारा मेडिकल स्टाफ की बहाली हुई थी.
टाटा स्टील में बहाली परीक्षा की अनुमति मिलने से टाटा स्टील डाउनस्ट्रीम प्रोडक्ट्स लिमिटेड (टीएसडीपीएल) में भी ठेका कर्मियों के लिए लिखित परीक्षा में शामिल होने की आस बढ़ गयी है. यहां परीक्षा में 300 से ज्यादा ठेका मजदूर शामिल होंगे. 12 दिसंबर को होने वाली परीक्षा कोरोना को लेकर प्रशासन से अनुमति नहीं मिलने के कारण स्थगित कर दी गयी थी. यहां तीसरी बार परीक्षा स्थगित हो चुकी है.
Posted By : Sameer Oraon