Jamshedpur news.
टाटा मोटर्स कर्मचारियों के सालाना बोनस को लेकर टाटा मोटर्स प्रबंधन और मान्यता प्राप्त टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के बीच वार्ता शुरू हो गयी है. शुक्रवार को प्रबंधन और यूनियन के बीच बोनस को लेकर दो दौर की अहम वार्ता हुई. सुबह 10 : 30 बजे से लगभग एक घंटे चली पहली वार्ता में प्रबंधन की ओर से एचआर हेड प्रणव कुमार, ईआर हेड सौमिक रॉय और यूनियन की ओर से अध्यक्ष शशि भूषण प्रसाद एवं महामंत्री आरके सिंह शामिल हुए.दोपहर में पुन: वार्ता 2:45 बजे से शाम 4 : 30 बजे चली. इसमें प्लांट हेड सुनील तिवारी, एचआर हेड प्रणव कुमार, ईआर हेड सौमिक रॉय भी शामिल हुए. बैठक के दौरान यूनियन के विचारों को प्रबंधन ने ध्यान पूर्वक सुना. हालांकि बोनस को लेकर यह शुरुआती दौर की बैठक थी, जिससे कोई निर्णय नहीं हो सका. हालांकि यूनियन ने कर्मचारियों की भावनाओं को प्रबंधन के समक्ष रख दिया है. महामंत्री आरके सिंह ने कहा कि सौहार्दपूर्ण वातावरण में बोनस को लेकर वार्ता हुई. आने वाले दिनों में सबकुछ स्पष्ट हो जायेगा. कर्मचारियों का बेहतर बोनस दिलाने के लिए यूनियन प्रयासरत है.पिछले साल कर्मियों को मिला था 11 प्रतिशत बोनस
पिछले साल टाटा मोटर्स के जमशेदपुर प्लांट के कर्मचारियों को 11 प्रतिशत बोनस मिला था. कंपनी के स्थायी कर्मचारियों को अधिकतम 63,872 रुपये और औसतन 46,418 रुपये और सुपर एन्यूएशन के तहत आने वाले कर्मचारियों को 13,654 रुपये अनुदान के रूप में मिला था. इसके अलावा 100 अतिरिक्त बाइ सिक्स कर्मचारियों के स्थायीकरण की सूची ज्यादा निकालने पर बोनस समझौता के दौरान प्रबंधन यूनियन के बीच समझौता हुआ था. वर्ष 2023 में 10 प्रतिशत बोनस के तहत कर्मचारियों को औसतन 43,500 रुपये, अधिकतम राशि 57,900 रुपये और न्यूनतम 43000 रुपये मिले थे. साल 2022 में 10.67 प्रतिशत बोनस और 201 बाइ सिक्स कर्मियों का स्थायीकरण हुआ था. कर्मियों को औसतन 38,200 और 51,500 रुपये मिले थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

