Jamshedpur news.
शहर में जल प्रदूषण को कम करने और नदी के पानी की गुणवत्ता सुधारने के लिए दो महत्वपूर्ण परियोजनाएं शुरू की जा रही हैं. जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति (जेएनएसी) ने इन परियोजनाओं के लिए टेंडर निकाला है. जेएनएसी के उप नगर आयुक्त कृष्ण कुमार ने बताया कि फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट (एफएसटीपी) की योजना को धरातल में उतारने के लिए तीन करोड़ 33 लाख 49 हजार 799 रुपये खर्च किये जायेंगे. सुवर्णरेखा नदी के किनारे चार जगहों पर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) बनाये जायेंगे, ताकि नदियों में बिना ट्रीटमेंट के गंदा पानी नहीं गिरे. सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) साकची के गांधी घाट, नीमभट्ठा, बारीडीह बस्ती और बिहारी बस्ती में बनेगा.बिरसानगर के हुरलुंग में होगा एफएसटीपी प्लांट का निर्माण
बिरसानगर के हुरलुंग में फिकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट (एफएसटीपी) बनेगा. इस प्लांट का उद्देश्य सेप्टिक टैंक के कचरे का वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण करना है, जिसके निर्माण की कुल लागत 3 करोड़ 33 लाख 49 हजार 799 रुपये है. निर्माण होने पर इसकी क्षमता 50 केएलडी (किलोलीटर प्रति दिन) होगी. फिकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट (एफएसटीपी) का निर्माण होने से शहर के सेप्टिक टैंक के कचरे के निस्तारण की समस्या का समाधान होगा. इस प्लांट को एक साल के भीतर तैयार करने का लक्ष्य है.सुवर्णरेखा नदी के किनारे बनेगा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी)
सुवर्णरेखा नदी को प्रदूषित होने से बचाने के लिए चार जगहों पर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) बनाये जायेंगे. इन प्लांट्स से बिना ट्रीटमेंट के गंदा पानी नदी में नहीं गिरेगा. जमशेदपुर अक्षेस के साकची में गांधी घाट, नीमभट्ठा, बारीडीह बस्ती और बिहारी बस्ती में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) बनेगा. इन परियोजनाओं को छह महीने से एक साल के भीतर पूरा करने का लक्ष्य है. जेएनएसी ने पहले भी इन योजनाओं के लिए टेंडर निकाला था, लेकिन टेंडर नहीं हो सका. अब पुन: अक्षेस ने टेंडर निकाल दिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

