Jamshedpur news.
झारखंड प्रदेश गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष सह कई अन्य संस्थाओं के प्रमुख शैलेंद्र सिंह ने अपना नाम झारखंड आंदोलनकारी के रूप में चिह्नित करने की मांग की है. उन्होंने आयोग के सदस्य एवं कार्यालय प्रभारी भुवनेश्वर महतो को पूर्व मंत्री स्वर्गीय रामदास सोरेन द्वारा अनुशंसित किया गया आवेदन सौंप कर झारखंड आंदोलनकारी चिन्हित लिस्ट में उनका नाम शामिल करने का अनुरोध किया. आवेदन में बताया कि 2000 में नयी दिल्ली में स्वर्गीय दिशोम गुरु शिबू सोरेन के नेतृत्व में आयोजित धरना में वे शामिल हुए. जंतर-मंतर पर दो दिवसीय धरना की तस्वीरें एवं मांग पत्र पर किये गये हस्ताक्षर को भी उन्होंने जानकारी के रूप में भेजा. कहा कि झारखंड अलग की मांग पर उनके नेतृत्व में किये गये आंदोलन-प्रदर्शन एवं बाजार बंद के दौरान 64 लोगों को जुगसलाई थाना की पुलिस ने गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी व आंदोलन संबंधी खबरों की कॉपी भी उन्होंने प्रदान की.शैलेंद्र सिंह ने कहा कि झारखंड आंदोलन से जुड़े रहने के बावजूद उन्होंने आंदोलनकारी की लिस्ट में नाम जुड़वाने संबंधी कभी आवेदन नहीं दिया. पूर्व शिक्षा मंत्री स्वर्गीय रामदास सोरेन ने अपनी मृत्यु के तीन दिन पहले उनसे आवेदन लेकर अपनी अनुशंसा के साथ आंदोलनकारी चिह्नितीकरण आयोग को उनका नाम झारखंड आंदोलनकारी लिस्ट में नाम जोड़ने का अनुरोध किया. झारखंड अलग राज्य आंदोलनकारी चिह्नितीकरण आयोग के सदस्य एवं कार्यालय प्रभारी भुवनेश्वर महतो ने तत्काल सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया. इस अवसर पर उन्हें शॉल एवं फूलों का गुलदस्ता भेंट कर सम्मानित भी किया गया. शैलेंद्र सिंह के साथ साकची गुरुद्वारा के प्रधान हरविंदर सिंह मंटू, सीजीपीसी के सलाहकार सुखविंदर सिंह राजू, चक्रधरपुर गुरुद्वारा के प्रधान अजीत सिंह अपनी पुरी कमेटी के साथ मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

