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वाह रे जमशेदपुर पुलिस! देह व्यापार में होटल मालिक, महिला समेत 5 को जेल, थाना प्रभारी सस्पेंड, तीन होम क्वारेंटाइन

jharkhand news: बिष्टुपुर स्थित होटल अलकोर मामले में 24 घंटे बाद पुलिस ने कार्रवाई की दिशा बदलते हुए होटल मालिक राजीव दुग्गल, मैनेजर धनंजय सिंह, जुगसलाई के कारोबारी राहुल अग्रवाल, सीएच एरिया के कारोबारी शरद पोद्दार और कोलकाता की महिला को देह व्यापार के आरोप में जेल भेज दिया.

जमशेदपुर : बिष्टुपुर स्थित होटल अलकोर मामले में 24 घंटे बाद पुलिस ने कार्रवाई की दिशा बदलते हुए होटल मालिक राजीव दुग्गल, मैनेजर धनंजय सिंह, जुगसलाई के कारोबारी राहुल अग्रवाल, सीएच एरिया के कारोबारी शरद पोद्दार और कोलकाता की महिला को देह व्यापार के आरोप में जेल भेज दिया. डीएसपी (सीसीआर) अरविंद कुमार के बयान पर बिष्टुपुर थाने में पांचों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. वहीं पुलिस ने दिलचस्प रूप से अलकोर होटल से 25 अप्रैल को छापेमारी में पकड़े गये जुगसलाई के कारोबारी राजेश उर्फ लड्डू मंगोतिया, मानगो के कारोबारी दीपक अग्रवाल और सीतारामडेरा ईस्ट बंगाल कॉलोनी निवासी कारोबारी रजत जग्गी को छोड़ दिया है. इस कार्रवाई ने एक बार फिर से जमशेदपुर पुलिस को कटघरे में खड़ा कर दिया है.

25 अप्रैल को पकड़े गये राजेश उर्फ लड्डू मंगोतिया, दीपक अग्रवाल और रजत जग्गी को पुलिस ने होम क्वारेंटाइन में रखने की बात कही है. शनिवार को होटल में छापेमारी के दौरान इन तीनों को भी पुलिस ने पकड़ा था, जबकि पुलिस को चकमा देकर कुछ कारोबारी भागने में सफल रहे थे. इनमें महिलाएं भी शामिल थीं. पुलिस फरार कारोबारियों और महिलाओं का फिलहाल कोई पता नहीं लगा सकी है. यह बताया जाता है कि होटल से भागे कारोबारी शहर के जाने-माने चेहरे हैं. जिसके कारण पुलिस उनपर हाथ डालने से बच रही है और आनन-फानन में होटल मालिक समेत कुछ लोगों को बलि का बकरा बनाकर इस केस पर पर्दा डालने का प्रयास कर रही है. दरअसल, 25 अप्रैल को पुलिस ने लड्डू मंगोतिया, दीपक अग्रवाल और रजत जग्गी के खिलाफ लॉकडाउन के उल्लंघन की प्राथमिकी दर्ज कर तीनों को थाने से जमानत पर रिहा कर दिया था. मामला तूल पकड़ने पर 26 अप्रैल को पुन: पुलिस ने तीनों को हिरासत में लिया और बिष्टुपुर थाने में लाकर पूछताछ की. करीब 24 घंटे की पूछताछ के बाद सोमवार को पुन: पुलिस ने तीनों को घर भेज दिया.

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बिष्टुपुर थाने को प्रतिदिन दी जाती है होटल में ठहरने वालों की रिपोर्ट

जुगसलाई के कारोबारी राजेश मंगोतिया के खिलाफ जुगसलाई और सीतारामडेरा थाने में कई प्राथमिकी दर्ज है. हरियाणा निवासी हजारी सिंह प्रजापति ने वर्ष 2015 में लड्डू मंगोतिया के खिलाफ 10 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी और मारपीट की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. यह केस कोर्ट में है. कोर्ट परिसर में भी लड्डू मंगोतिया और हजारी सिंह प्रजापति के बीच 11 मई 2016 को मारपीट हुई थी. हजारी सिंह प्रजापति ने सीतारामडेरा थाना में लड्डू मंगोतिया के खिलाफ आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज कराया था. हजारी सिंह प्रजापति के अनुसार उन्हें लड्डू मंगोतिया का कई काम पेटी पर किया था. लेकिन उसने रुपये नहीं दिये. इस मामले में जुगसलाई थाने में प्राथमिकी भी दर्ज करायी थी. लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. लड्डू मंगोतिया ने कोर्ट परिसर में जान मारने की नियत से पिस्तौल से हमला किया था. कोर्ट में मौजूद पुलिस ने बीच-बचाव कर बचाया. इस दौरान पुलिस ने उसकी पिस्तौल भी जब्त की थी. सीतारामडेरा थाना में प्राथमिकी भी दर्ज कराया लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की. लड्डू मंगोतिया पर इसके अलावा भी मारपीट समेत अन्य कई मामले दर्ज हैं. लेकिन पुलिस की ओर से अबतक लड्डू मंगोतिया के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गयी. होटल अलकोर में भी गत 25 अप्रैल को पुलिस ने लड्डू मंगोतिया को गिरफ्तार किया था. लड्डू के साथ उसके दो साथी दीपक अग्रवाल और रजत जग्गी को भी गिरफ्तार की थी. लेकिन सिर्फ लॉकडाउन का उल्लंघन का केस कर पुलिस ने थाना से ही लड्डू मंगोतिया समेत उसके साथियों को जमानत पर रिहा कर दिया.

विवादों से रहा है लड्डू मंगोतिया का नाता

जुगसलाई के कारोबारी राजेश मंगोतिया के खिलाफ जुगसलाई और सीतारामडेरा थाने में कई प्राथमिकी दर्ज है. हरियाणा निवासी हजारी सिंह प्रजापति ने वर्ष 2015 में लड्डू मंगोतिया के खिलाफ 10 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी और मारपीट की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. यह केस कोर्ट में है. कोर्ट परिसर में भी लड्डू मंगोतिया और हजारी सिंह प्रजापति के बीच 11 मई 2016 को मारपीट हुई थी. हजारी सिंह प्रजापति ने सीतारामडेरा थाना में लड्डू मंगोतिया के खिलाफ आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज कराया था. हजारी सिंह प्रजापति के अनुसार उन्हें लड्डू मंगोतिया का कई काम पेटी पर किया था. लेकिन उसने रुपये नहीं दिये. इस मामले में जुगसलाई थाने में प्राथमिकी भी दर्ज करायी थी. लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. लड्डू मंगोतिया ने कोर्ट परिसर में जान मारने की नियत से पिस्तौल से हमला किया था. कोर्ट में मौजूद पुलिस ने बीच-बचाव कर बचाया. इस दौरान पुलिस ने उसकी पिस्तौल भी जब्त की थी. सीतारामडेरा थाना में प्राथमिकी भी दर्ज कराया लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की. लड्डू मंगोतिया पर इसके अलावा भी मारपीट समेत अन्य कई मामले दर्ज हैं. लेकिन पुलिस की ओर से अबतक लड्डू मंगोतिया के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गयी. होटल अलकोर में भी गत 25 अप्रैल को पुलिस ने लड्डू मंगोतिया को गिरफ्तार किया था. लड्डू के साथ उसके दो साथी दीपक अग्रवाल और रजत जग्गी को भी गिरफ्तार की थी. लेकिन सिर्फ लॉकडाउन का उल्लंघन का केस कर पुलिस ने थाना से ही लड्डू मंगोतिया समेत उसके साथियों को जमानत पर रिहा कर दिया.

बिजली चोरी में जेल जा चुका है शरद पोद्दार

शरद पोद्दार की अलग-अलग नाम से चार कंपनियां हैं. धालभूमगढ़ कोकपाड़ा में हरिओम स्मेंलटर, गम्हरिया में कमोडिटी, चांडिल में लार्ड बालाजी और वनांचल स्टील के नाम से कारोबार है. शरद के खिलाफ बिजली चोरी का भी मामला दर्ज है. इस मामले में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था. इसके अलावा 20 करोड़ रुपये धोखाधड़ी का मामला भी चल रहा है.

साजिश के तहत फंसाया गया : राजीव दुग्गल

होटल मालिक राजीव दुग्गल ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया है. हमें होटल में हर चीज की जानकारी नहीं होती. 25 अप्रैल को होटल से खाना लेने कुछ लोग आये थे. महिला पिछले एक माह से होटल में रह रही थी. इसकी प्रतिदिन रिपोर्ट पुलिस की दी जाती है. पुलिस प्रेशर में काम कर रही है.

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