Jamshedpur news.
जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज के भवन की स्थिति जर्जर है. इसे लेकर कई बार विवि प्रशासन से पत्राचार किया गया है. उक्त पत्राचार को संज्ञान में लेते हुए कोल्हान विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ अंजिला गुप्ता के निर्देश पर भवन की जांच के लिए एक टीम का गठन किया गया. इस टीम ने बुधवार को वर्कर्स कॉलेज का दौरा कर वहां की जर्जर और खस्ताहाल इमारतों का निरीक्षण किया. समिति ने भवनों की भयावह स्थिति पर गंभीर चिंता जताते हुए तत्काल कार्रवाई की जरूरत बतायी. निरीक्षण के दौरान प्रिंसिपल डॉ एसपी महालिक ने भवनों का भौतिक सत्यापन कराते हुए सभी आवश्यक जानकारी और दस्तावेज समिति को उपलब्ध कराये. समिति को यह तथ्य भी बताया गया कि वर्कर्स कॉलेज मात्र एक एकड़ से भी कम भूमि पर स्थित है, जो किसी भी कॉलेज के लिए आदर्श स्थिति नहीं है. इस दौरान समिति ने पाया कि ए ब्लॉक का एक हिस्सा अत्यधिक क्षतिग्रस्त है और वहां कक्षाएं चलाना खतरनाक हो सकता है, इसलिए निर्देश दिया गया कि उस हिस्से में पढ़ाई तत्काल बंद की जाये. कई छज्जों के टूटकर गिर जाने के कारण छात्रों की सुरक्षा को लेकर विशेष सतर्कता बरतने का भी आदेश दिया गया.निरीक्षण टीम में तकनीकी विशेषज्ञ एमके प्रधान शामिल थे, जिन्होंने बारीकी से सभी भवनों का मुआयना किया. उनकी रिपोर्ट के आधार पर यह अनुशंसा विश्वविद्यालय को भेजी जायेगी कि किन इमारतों का जीर्णोद्धार किया जाये और किन्हें पूरी तरह ध्वस्त करना आवश्यक है. जांच समिति का नेतृत्व संयोजक डॉ संजय कुमार (डीएसडब्ल्यू) ने किया, जबकि सचिव की भूमिका में डॉ रवींद्र कुमार चौधरी (सीसीडीसी) थे. साथ ही कुलानुशासक डॉ राजेंद्र भारती, विश्वविद्यालय प्रवक्ता एवं एलबीएसएम कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ एके झा भी समिति में शामिल थे. वर्कर्स कॉलेज की खस्ताहाल इमारतें न केवल शिक्षा की गुणवत्ता पर सवाल खड़ा कर रही हैं, बल्कि छात्रों और शिक्षकों की जान के लिए भी खतरा बन चुकी है. विश्वविद्यालय अब अपनी सिफारिशों के साथ सरकार को रिपोर्ट सौंपेगा, ताकि जल्द से जल्द सुधारात्मक कदम उठाये जा सकें.
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