जमशेदपुर में 90 घाट सज-धजकर तैयार, कल अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ
आसमान से नदी तट तक ””ट्रिपल लेयर”” सुरक्षा, ड्रोन से निगरानी
Jamshedpur News :
लोक आस्था के महापर्व छठ से लौहनगरी जमशेदपुर अब पूरी तरह भक्तिमय हो चुका है. सुवर्णरेखा और खरकई नदी के किनारे और डिमना लेक व विभिन्न तालाबों को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है. छठ के पारंपरिक लोकगीत, जैसे कि ””केलवा जे फरेला घवद से, ओह पर सुगा मेड़राय””, घर-आंगन में गूंज रहे हैं. शहर के तीनों नगर निकायों (जमशेदपुर अक्षेस, मानगो नगर निगम और जुगसलाई नगर परिषद) तथा बागबेड़ा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 90 से अधिक छठ घाटों को अंतिम रूप दिया जा चुका है. सोमवार, 27 अक्तूबर को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ दिया जायेगा. जबकि मंगलवार, 28 अक्तूबर की प्रातः बेला में उदीयमान आदित्य देव को अर्घ अर्पित किया जायेगा. शहर के तमाम छठ घाट और तालाब रंग-बिरंगी रोशनी से नहा उठा है. जगह-जगह तोरण द्वार लगाकर व्रतियों के स्वागत की तैयारी है. छठ महापर्व के दौरान सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने इस बार चाक-चौबंद व्यवस्था की है. भीड़ को देखते हुए ””आसमान से लेकर नदी तट तक”” सुरक्षा का घेरा मजबूत किया गया है.यातायात और पार्किंग की व्यवस्था
व्रतियों को आसानी से घाट तक पहुंचने देने के लिए यातायात पुलिस ने विशेष इंतजाम किये हैं. संध्या और प्रातः अर्घ के समय शहर के प्रमुख घाटों की ओर जाने वाले मार्गों पर वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित (नो-एंट्री) रहेगा. खासकर चार पहिया वाहनों का. घाटों से पर्याप्त दूरी पर अस्थायी पार्किंग स्थल चिह्नित किये गये हैं. श्रद्धालुओं से अपील की गयी है कि वे निर्धारित पार्किंग स्थलों पर ही वाहनों की पार्किंग करें. ताकि किसी प्रकार की भगदड़ या जाम की स्थिति उत्पन्न न हो.हर घाट पर पुलिस बल, गोताखोर और मजिस्ट्रेट तैनात
शहर के सभी प्रमुख घाटों पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी है, जिसमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. भीड़ नियंत्रण के लिए सादे कपड़ों में भी पुलिसकर्मी मुस्तैद रहेंगे. नदी घाटों पर प्रशिक्षित गोताखोरों का दल मोटर बोट के साथ 24 घंटे तैनात रहेगा. खतरनाक क्षेत्रों को चिह्नित कर मजबूत बैरिकेडिंग की गयी है. बड़े घाट पर अस्थायी नियंत्रण कक्ष सह वॉच टावर स्थापित किया गया है. जहां से भीड़ पर निगरानी रखी जायेगी. तमाम घाटों पर पुलिस बल के साथ-साथ मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की गयी है. अधिक भीड़ वाले घाटों पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की व्यवस्था की गयी है.छठ घाट रहेगी ये व्यवस्था
रौशनी, चेंजिंग रूम :
नदी तटों और घाटों तक जाने वाले मार्गों की विशेष साफ-सफाई के अलावा घाटों को रौशन करने के लिए हाई मास्ट लाइट और पर्याप्त संख्या में स्ट्रीट लाइट लगायी गयी है. महिला व्रतियों के लिए अस्थायी चेंजिंग रूम और पेयजल की व्यवस्था की गयी है. सुवर्णरेखा और खरकई नदी के गहरे या खतरनाक क्षेत्रों को चिह्नित कर रस्सी, लाल रिबन और बैलून बांधे गये हैं.मेडिकल सुविधा :
14 प्रमुख घाटों पर फर्स्ट एड (प्राथमिक उपचार) के साथ मेडिकल टीम और एंबुलेंस मौजूद रहेगी. आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए शहर के अस्पतालों को अलर्ट पर रहने को कहा गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

