Jamshedpur News :
सीबीआइ की गिरफ्त में आये सरायकेला के पोस्टल इंस्पेक्टर दिवाकर कुमार दीपक और हजारीबाग में पदस्थापित डाक विभाग के क्लर्क रंजन कुमार दास को सस्पेंड किया जायेगा. पोस्टल विभाग को इसकी पूरी रिपोर्ट भेजी गयी है. तय नियम के मुताबिक, 48 घंटे तक अगर कोई जेल चला जायेगा, तो निश्चित तौर पर उनको सस्पेंड किया जायेगा. इसको लेकर आंतरिक तौर पर भी जांच की जा रही है और विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गयी है. वरिष्ठ डाक अधीक्षक उदयभान सिंह ने बताया कि डाक विभाग के नियम के मुताबिक, विभागीय कार्रवाई को लेकर नियम तय है. अगर कोई 48 घंटे तक जेल में जाता है, तो उसको सस्पेंड करना ही होता है. यह कार्रवाई स्वत: हो जायेगी. सीबीआइ की कार्रवाई की जानकारी विभागीय तौर पर दे दी गयी है. गौरतलब है कि बुधवार को मध्य प्रदेश के रहने वाले विश्वजीत सिंह सिकरवार का चयन ग्रामीण डाकसेवक के तौर पर हुआ था. उनकी ज्वाइनिंग सीनी के कमलपुर शाखा में बतौर सहायक शाखा डाकपाल के पद पर होनी थी. जब विश्वजीत सिंह ड्यूटी ज्वाइन करने आये, तो ऐसा करने नहीं दिया गया. इसके बाद हजारीबाग में पदस्थापित पोस्टल क्लर्क रंजन कुमार दास ने विश्वजीत से बातचीत की. इसमें तय हुआ कि 20 हजार रुपये घूस देने पर ज्वाइनिंग हो जायेगी. विश्वजीत ने इसकी सूचना सीबीआइ को दे दी. इसके बाद 20 हजार रुपये घूस लेते हुए उनको पकड़ लिया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

