Jamshedpur news.
मंत्री रामदास सोरेन के निधन की दुखद खबर से घोड़ाबांधा क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गयी. उनके प्रति सम्मान और श्रद्धांजलि व्यक्त करने के लिए घोड़ाबांधा की सभी दुकानें बंद रहीं. सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियां पूरी तरह ठप हो गयी. लोग गम में डूबे रह. उनकी यादें और योगदान चर्चा का विषय बना रहा. यह स्थिति समुदाय के प्रति उनकी लोकप्रियता और प्रभाव को बतलाता है. रामदास सोरेन की छवि उनके कार्यों और निष्ठा से गहराई से जुड़ी थी. घोड़ाबांधा के ग्रामीणों का कहना था कि उन्होंने एक अभिभावक को खो दिया. गांव में ग्रामीणों को जब कभी भी कोई दिक्कत होती थी, तो वे उनसे मिलते थे और समस्या को बताते थे. वे उनका समाधान तुरंत निकाल देते थे. वे गरीब और असहाय लोगों को आर्थिक रूप से भी मदद करते थे. वे मंत्री जरूर थे, लेकिन उन्होंने हमेशा अभिभावक बनकर साथ दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

