जमशेदपुर : टाटा मोटर्स कर्मचारियों का बोनस को लेकर मंगलवार को प्रबंधन और यूनियन के बीच वार्ता हुई. इसमें प्रबंधन ने अंतिम प्रस्ताव 9.38 प्रतिशत बोनस का दिया. वहीं यूनियन ने अपना अंतिम प्रस्ताव के तहत 14 प्रतिशत बोनस के साथ 350 अस्थायी कर्मचारियों का स्थायीकरण की मांग रखी. प्रबंधन ने कहा कि कंपनी काफी नुकसान में है, वहीं यूनियन का कहना था कि जमशेदपुर यूनिट ने अच्छा प्रोडक्शन किया है.
कर्मचारियों का मनोबल बनाये रखने के लिए बेहतर बोनस होना चाहिए. अंतत: बोनस पर सहमति नहीं बन सकी. बोनस वार्ता में प्रबंधन की अोर से प्लांट हेड एबी लाल, महाप्रबंधक सुमंत सिन्हा, हेड एचआर रवि सिंह, हेड एडमिनिस्ट्रेशन रंजीत धर समेत अन्य शामिल थे. सम्मानजनक बोनस मिलना चाहिए : प्रकाश सिंहटेल्को यूनियन के महामंत्री प्रकाश सिंह ने कहा कि कर्मचारियों को सम्मानजनक बोनस मिलना चाहिए. कर्मचारियों का हौसला बढ़ाये रखने के लिए भी प्रबंधन को आगे बढ़कर सम्मानजनक बोनस देना चाहिए, क्योंकि यही कर्मचारी बेहतर प्रोडक्शन व क्वालिटी प्रोडक्शन देंगे. सीधे बैंक में जायेगी बोनस राशि या पूजा बाद होगा बोनसदोनों ओर से सहमति नहीं बनने पर संभवत: प्रबंधन बोनस राशि सीधे कर्मचारियों के बैंक खाते में भेज सकता है. बोनस के प्रतिशत को लेकर दोनो पक्षों पर दबाव है.
प्रबंधन व यूनियन दोनो एक दूसरे की स्थिति को समझ रहे हैं पर परिस्थितिवश अपनी जगह नहीं छोड़ना चाहते. यदि दोनों पक्ष अपने जिद पर अड़े रहे, तो पूजा बाद भी बोनस वार्ता कर समझौता हो सकता है. स्व गोपेश्वर के कार्यकाल (2005) में प्रबंधन से सहमति नहीं बनने पर पूजा के बाद बोनस समझौता हुआ था.बोनस में पूर्व का इतिहासवर्ष बोनस प्रतिशत न्यूनतम-अधिकतम स्थायीकरण की संख्या2009 15.27 22652- 26,958 2802010 17.60 26,514- 33,520 2702011 16.65 25,013- 37,413 3002012 17.00 27,013- 40,198 3002013 13.30 18,608- 33,280 2502014 10.50 14,490- 31,390 250