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पांच बंदी हजारीबाग ओपन जेल में शिफ्ट
जमशेदपुर : घाघीडीह सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे पांच बंदियों को रविवार को हजारीबाग ओपन जेल भेज दिया गया. ओपन जेल जाने वालों में राम भरत के अलावा उनके चार सगे भाई शामिल हैं. एक माह पूर्व पांचों बंदियों को हजारीबाग ओपन जेल भेजने के लिए चयनित किया गया था. प्रशासनिक […]
जमशेदपुर : घाघीडीह सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे पांच बंदियों को रविवार को हजारीबाग ओपन जेल भेज दिया गया. ओपन जेल जाने वालों में राम भरत के अलावा उनके चार सगे भाई शामिल हैं.
एक माह पूर्व पांचों बंदियों को हजारीबाग ओपन जेल भेजने के लिए चयनित किया गया था. प्रशासनिक मंजूरी मिलने के बाद पांचों को हजारीबाग ओपन जेल रवाना किया गया. इन बंदियों में राम भगत के अलावा विनोद, कौशल सिंह और पुटलू भूमिज शामिल हैं.
चाईबासा से 29 बंदी घाघीडीह जेल शिफ्ट. रविवार को चाईबासा जेल से 29 बंदियों को घाघीडीह सेंट्रल जेल शिफ्ट किया गया. प्रशासनिक आधार पर इन बंदियों को शिफ्ट किया गया.
श्राद्धकर्म से लौटा बंदी. घाघीडीह जेल में बंद बंदी मोहित रामधावा रविवार को श्राद्धकर्म से शामिल होकर वापस शाम में लौट आया. कड़ी सुरक्षा में मोहित को रविवार को मां के श्राद्धकर्म में प्रशासनिक अनुमति मिलने पर जेल से श्राद्धकर्म में भाग लेने ले जाया गया था.
परिवार संग रहेंगे बंदी
ओपन जेल भेजे गये पांचों बंदी अब अपने परिवार के साथ रह सकेंगे. 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को भी साथ में रख सकेंगे. 15 किमी के दायरे में रोजाना काम के लिए बाहर जा सकेंगे. ओपन जेल में प्रत्येक कॉटेज में एक कमरा, एक बरामदा सह किचेन, एक बाथरूम, एक शौचालय तथा एक छोटा आंगन है. ओपन जेल में रहनेवाले बंदी 15 किलोमीटर के दायरे में रोजाना काम के लिए बाहर जा सकते हैं. इस शर्त के साथ कि वे काम के बाद जेल लौट जायेंगे. हजारीबाग में ओपन जेल 2011 में बन कर तैयार हुआ था.
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