अस्पताल की नर्स का दावा, वसूली के पैसे से गरीब मरीजों को उपलब्ध कराती जाती है दवा
जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल में मरीजों से इलाज के नाम पर वसूली का धंधा रुकने का नाम नहीं ले रहा है. अस्पताल के अधिकतर विभाग में मरीजों से किसी न किसी प्रकार से पैसा ले लिया जाता है. बुधवार को अस्पताल में मरीज रीता मंडल और विजय उरांव से मेडिकल विभाग के कर्मचारी वीरेंद्र नाथ राणा ने पर्ची देने के एवज में 20-20 रुपये लिए.
इसके बाद दोनों ने मामले की शिकायत अधीक्षक व उपाधीक्षक से की, फिर दोनों का पैसा लौटा दिया गया. इस संबंध में वीरेंद्र नाथ राणा ने बताया कि सिस्टर के कहने पर वे पैसा लेते हैं, वहीं सिस्टर ने बताया कि यहां काफी अज्ञात मरीज इलाज के लिए आते हैं. उनलोगों की सहायता में इस पैसे को खर्च किया जाता है. वहीं कई ऐसे मरीज भी होते हैं, जिनके पास पैसा नहीं होता है, अस्पताल में भी दवा नहीं रहती है, तो हमलोग इसी पैसे से बाहर से दवा मंगा देते हैं.
आदित्यपुर की रीता मंडल को रविवार को मेडिकल वार्ड में भर्ती हुई थी. इलाज के बाद बुधवार को डॉक्टरों ने उसे छुट्टी दे दिया, जब वह घर जाने लगी तो वार्ड में बैठे कर्मचारी ने छुट्टी का कागज देने के नाम पर 20 रुपये ले लिये. इसके बाद महिला के पास घर जाने के लिए पैसे नहीं थे, उसने इसकी शिकायत अस्पताल के अधीक्षक व उपाधीक्षक से की. इसके बाद उसका पैसा वापस कराया गया.
न्यू सीतारामडेरा के विजय उरांव के मुंह से खून निकलने पर उनको तीन दिन पहले एमजीएम अस्पताल के मेडिकल वार्ड में भर्ती कराया गया था. उनको डॉक्टरों ने बुधवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी. इसके बाद जब वे घर जाने लगे तो वार्ड के कर्मचारी ने उससे छुट्टी के कागजात दिये.