जमशेदपुर : सीजीपीसी चुनाव में स्क्रटूनी के दाैरान हुए विवाद के बाद रविवार काे साकची स्थित कार्यालय के सामने धरना पर बैठे गुरमुख सिंह मुखे ने मंगलवार से आमरण अनशन आरंभ कर दिया है. आमरण अनशन पर बैठने के पूर्व वहां माैजूद विभिन्न गुरुद्वारा कमेटियाें के प्रमुख-प्रधान-पदाधिकारियाें की उपस्थिति में गुरु महाराज के चरणाें में अरदास की गयी. 11 बजे के बाद से मुखे ने जल भी त्याग दिया.
धरनास्थल पर बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि समाज के गद्दाराें काे सार्वजनिक किया जाये. गुरमुख सिंह ने कहा कि हरनेक सिंह काे संगत के सामने आकर जवाब देना चाहिए कि आखिर किसके दवाब में आकर उनके आवेदन काे खारिज किया गया. चार मार्च का दिन स्क्रूटनी के लिए तय किया गया था. आवेदन संबंधी प्रक्रिया ताे पहले ही पूरी की जा चुकी थी. प्रत्याशी हाेने के कारण हर बार हरनेक सिंह उन्हें चुनावी गतिविधियाें की जानकारी दिया करते थे. वे बाहर जा रहे थे, जिसके कारण कुछ दिनाें की माेहलत मांगी, जिसे उन्हाेंने स्वीकार किया. इसके बाद वे खुद पंजाब गये, ताे डेट काे आगे बढ़ाया. जब वे प्रत्याशी ही नहीं थे, उनका आवेदन ही नहीं था, ताे उनके साथ चुनावी चर्चा क्याें की जा रही थी. उन्हें स्क्रूटनी के लिए सीजीपीसी कार्यालय में क्याें बुलाया गया. उनके आवेदन पर हरनेक सिंह ने आपत्ति जतायी, लेकिन सिंगल पन्ने पर आवेदन आैर प्रस्तावकाें का नाम साैंपनेवाले प्रत्याशी पर किसी तरह की काेई कार्रवाई नहीं की गयी.
हरमिंदर सिंह ने काैन सा गुरमुखी का इम्तिहान पास किया है, उसके बारे में भी जानकारी दी जानी चाहिए. जमशेदपुर की संगत इन सवालाें का जवाब हर हाल में लेकर रहेगी. हर बार बंद कमरे में बैठ कर राजनीति करनेवालाें काे अब समाज के सामने आकर जवाब देना चाहिए. गुरमुख सिंह मुखे काे धरनास्थल पर आकर विभिन्न गुरुद्वारा कमेटियाें द्वारा समर्थन प्रदान किया जा रहा है
मंगलवार काे धरना स्थल पर परसुडीह से प्रधान रंजीत सिंह मठारु, गाेलपहाड़ी से इंदरजीत सिंह, सुंदरनगर से रविंदर सिंह, स्टेशन राेड से महेंद्र पाल सिंह, बिष्टुपुर से गुरविंदर सिंह आैर दर्शन सिंह, कदमा से मंजीत सिंह कलसी, सुखविंदर सिंह, डॉ देवेंद्र सिंह वालिया, गुरमेल सिंह, स्त्री सत्संग सभा समेत सैकड़ाें विभिन्न गुरुद्वाराें की नाैजवान सभा की यूनिट के प्रधान-पदाधिकारी माैजूद थे.