टीम जल्द ही दागी कंपनियों का भौतिक जांच करेगी
जमशेदपुर. बिजली चोरी की जांच कर रही एसआइटी की टीम को पूरा फोकस अब 35 दागी कंपनियों पर है.जांच में पता चला है कि हाइटेंशन वाले उपभोक्ता कनेक्शन लेने के दौरान निर्धारित शुल्क भी जमा नहीं किये थे, साथ ही शुल्क का रकम ज्यादा था, तो किस्त में भी उन्होंने एक-दो देकर बाकी नहीं दिया.
इसके अलावा कई बड़े उपभोक्ताओं के पास 300 करोड़ रुपये बिजली बिल बकाया है, इसमें से 50-100 करोड़ रुपये का मामला कोर्ट में फंसा हुआ है, लेकिन अधिकारियों के सांठगांठ के कारण बाकी 200 करोड़ रुपये भी नहीं वसूला गया. एसआइटी चीफ सह एडीजी अनिल पालटा ने गुरुवार को बताया कि 35 दागी कंपनियों के फाइलों को खंगालना शुरू कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि टीम जल्द दोबारा आयेगी और कंपनियों की जांच करेगी.