फिर भी कंपनी चलने की स्थिति में न हो तो कर्मचारियों के बेहतर प्लेसमेंट या फिर सेटलमेंट कर उसे बंद कर दिया जायेगा. हालांकि, बोर्ड की बैठक में लिये गये निर्णयों के बारे में कोई अाधिकारिक बयान मैनेजमेंट की ओर से नहीं दिया गया है. वीपी सीएस सुनील भास्करन ने कहा है कि टाटा स्टील के लिए जमशेदपुर कितना महत्वपूर्ण है यह यहां साल में दो बार हुई बोर्ड मीटिंग से स्पष्ट हो जा रहा है. लेकिन बोर्ड की बैठक के बारे में वे कुछ नहीं बता सकते.
Advertisement
12,800 करोड़ का फंड जुटायेगी टाटा स्टील
जमशेदपुर : टाटा स्टील कंपनियों के विस्तारीकरण को लेकर 12,800 करोड़ रुपये का फंड जुटायेगी. साथ ही कई कंपनियों को समायोजित किया जायेगा. मंगलवार को टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन के साथ बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में चर्चा के बाद इसे मंजूरी दी गयी. बैठक में तय हुआ कि जो कंपनियां घाटे में […]
जमशेदपुर : टाटा स्टील कंपनियों के विस्तारीकरण को लेकर 12,800 करोड़ रुपये का फंड जुटायेगी. साथ ही कई कंपनियों को समायोजित किया जायेगा. मंगलवार को टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन के साथ बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में चर्चा के बाद इसे मंजूरी दी गयी. बैठक में तय हुआ कि जो कंपनियां घाटे में चल रही हैं, उन्हें बचाने का हर संभव उपाय किया जायेगा. एक विकल्प यह भी है कि दूसरी कंपनियों के साथ उसे जोड़कर चलाया जाये.
दूसरी ओर, सूत्रों ने बताया है कि टाटा स्टील के जमशेदपुर प्लांट को 15 मिलियन टन और ओड़िशा के कलिंगानगर प्रोजेक्ट को पांच मिलियन टन तक के विस्तार करने को मंजूरी दी गयी है. इस पर करीब 24 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा. बोर्ड मीटिंग में इस बात पर भी जोर दिया गया कि टाटा स्टील विदेशी पूंजी निवेश को कम करने के बजाय भारत पर ध्यान देगी जबकि जो घाटे में यूके की कंपनियां है, उनको तत्काल बंद कर दिया जायेगा.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement