हजारीबाग. जिले के सरकारी स्कूलों (कक्षा नौवीं से 12वीं तक) में लंबे समय से जमे प्रतिनियोजित शिक्षकों की पहचान की जायेगी. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के माध्यमिक शिक्षा निदेशक राजेश प्रसाद का पत्र मिलने के बाद डीइओ सह क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक प्रवीन रंजन ने सोमवार को सभी प्राचार्य को पत्र भेजा है. एक ही जगह पर लंबे समय से जमे प्रतिनियोजित शिक्षकों की सूची तीन दिन के भीतर मांगी गयी है. पत्र जारी होते ही प्रतिनियोजित शिक्षकों में खलबली मच गयी है. स्कूल से प्रतिनियोजित शिक्षक का नाम, मूल रूप से पदस्थापित विद्यालय का नाम, प्रतिनियोजन आदेश, इससे संबंधित पत्र, पत्रांक एवं दिनांक, प्रतिनियोजन आदेश निर्गत करने वाले पदाधिकारी का नाम, पदनाम, प्रतिनियोजन की तारीख सहित सभी आवश्यक जानकारी मांगी गयी है. बता दें कि सरकारी बीएड कॉलेज सहित शहरी क्षेत्र के कई स्कूलों में पहुंच और पैरवी के बल पर दर्जनों शिक्षक लंबे समय से प्रतिनियोजित है. इनमें कई शिक्षक ऐसे हैं जो अभी तक मूल विद्यालय में नहीं जा रहे हैं. नौकरी मिलते ही प्रतिनियोजन पर शहरी क्षेत्र में पदस्थापित हो गये हैं. शहरी क्षेत्र में कुछ ऐसे स्कूल भी हैं जहां प्रतिनियोजन के कारण शिक्षकों की संख्या अधिक हो गयी है. वहीं, शिक्षक के अनुपात में विद्यार्थी कम है. इस संबंध में पूछने पर डीइओ सह क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक प्रवीन रंजन ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा निदेशक राजेश प्रसाद ने पत्र देकर एक सप्ताह के भीतर जिले में कक्षा नौवीं से 12वीं में प्रतिनियोजित शिक्षकों की सूची मांगी है. इसे लेकर सोमवार को सभी प्राचार्य को पत्र भेजा गया है. समय पर सूची उपलब्ध नहीं करने वाले स्कूल की पहचान करेंगे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है