हजारीबाग. जिले में मेरी किताब, मेरी कहानी अभियान की शुरुआत शनिवार को उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह ने की. उन्होंने कहा कि यह अभियान बच्चों में पढ़ाई की रुचि अौर बढ़ायेगा एवं छोटे बच्चों में पठन संस्कृति विकसित करेगा. जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रवीण कुमार रंजन एवं जिला शिक्षा अधीक्षक आकाश कुमार ने सभी साझेदार संगठनों से अपील की कि वे अपने-अपने विद्यालयों में जिला प्रशासन द्वारा संचालित मेरी किताब, मेरी कहानी एवं रीड-ए-थॉन को सफल बनाने में सहयोग करें. रूम-टू-रीड के जिला प्रभारी कार्तिक मुखर्जी ने कहा कि रोज बच्चों को बाल साहित्य के साथ समय बिताना, उनकी समझ बढ़ाने में काफी मददगार साबित होता है. कहानियां संवाद की सबसे पुरानी विधाओं में से एक हैं. कहानियों के माध्यम से छोटे बच्चों से उनके आसपास के बारे में सरल तरीके से बात की जा सकती है. दरअसल, यह अभियान 15 अगस्त से 10 सितंबर तक चलेगा. झारखंड के 24 जिलों के 35,000 विद्यालयों के बच्चे विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों में भाग लेंगे. झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद सभी साझेदार संगठनों के सहयोग से राज्यव्यापी अभियान चला रही है. यह राज्य के प्रमुख कार्यक्रम मेरा विद्यालय निपुण-मैं भी निपुण का हिस्सा है. अभियान को रूम-टू-रीड, यूनिसेफ, भारती एयरटेल फाउंडेशन, संपर्क फाउंडेशन, प्रारंभ एजुकेशन फाउंडेशन, पिरामल फाउंडेशन समेत अन्य संगठन सहयोग कर रहे हैं.
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