हजारीबाग. आइसेक्ट विवि हजारीबाग के सभागार में गुरुवार को तीन दिवसीय प्रथम अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस की शुरुआत हुई. उदघाटन मुख्य अतिथि प्रो परमानंद महतो, कुलपति प्रो पीके नायक, कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद, केंद्रीय विवि दक्षिण बिहार के प्रो विजय राज सिंह, प्रो वीरेंद्र कुमार वर्मा व अन्य ने संयुक्त रूप से किया. कांफ्रेंस में देशभर के शोधकर्ता, शिक्षाविद और विद्यार्थी शामिल हो रहे हैं. इस कांफ्रेंस का उद्देश्य नैनो टेक्नोलॉजी में वैश्विक शोध, विकास और तकनीकी अनुप्रयोग पर चर्चा कर छात्रों और युवा वैज्ञानिकों में अनुसंधान के प्रति रुचि को बढ़ाना है. मुख्य अतिथि प्रो महतो ने कहा कि यह तकनीक ऊर्जा, चिकित्सा, पर्यावरण और उद्योग में क्रांति ला रही है. कुलपति प्रो नायक ने इसे शोधार्थियों के लिए वैश्विक मंच बताया. कुलसचिव डॉ गोविंद ने कहा कि यह आयोजन विश्वविद्यालय की अंतरराष्ट्रीय पहचान का मार्ग प्रशस्त करेगा. सम्मेलन में वीआइटी-एपी के प्रो वर्मा, डॉ अमित कुमार, ब्यूटी भद्र, डॉ एसआर रथ, डॉ बिनोद कुमार आदि ने विचार रखे. अगले दो दिनों में विशेषज्ञ व्याख्यान, पैनल चर्चा और इंटरैक्टिव सत्र होंगे. समापन पर चयनित शोधकर्ताओं को प्रमाण पत्र दिये जायेंगे. संचालन विशाखा बाला व नेहा सिन्हा तथा धन्यवाद ज्ञापन संयोजक मुकेश कुमार साव ने किया. आयोजन में विज्ञान विभाग एचओडी सबिता कुमारी, नेहा सिन्हा, राहुल राजवार, विशाखा बाला, सृष्टि सिन्हा, मानसी प्रधान, मुन्ना कुमार व बबलू कुमार सहित अन्य की अहम भूमिका रही.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

