हजारीबाग. प्रभु निवास स्थित डेल्टा कार्यालय में शनिवार को प्रभात खबर संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया़ इसमें हजारीबाग शहर की ट्रैफिक व्यवस्था और चुनौतियों पर चर्चा हुई. हजारीबाग नगर निगम की स्थापना एक अप्रैल 1869 को हुई थी. अंग्रेजों ने शहर को व्यवस्थित बसाया था, लेकिन शहरवासी अपनी गलतियों के कारण प्रतिदिन ट्रैफिक समस्या से जूझ रहे हैं. कार्यक्रम में शहरवासियों ने ट्रैफिक से संबंधित चिंताओं को साझा किया. उन्होंने कहा कि पार्किंग बंदोबस्ती करनेवाले ठेकेदार अधिसूचित पार्किंग स्थल पर फुटपाथ लगाकर किराया वसूलते हैं. अतिक्रमण के कारण न सिर्फ पार्किंग की समस्या बढ़ी है, बल्कि ट्रैफिक जाम और सड़क सुरक्षा जैसे अन्य मुद्दे भी खड़े हुए हैं. भाजपा नेता भैया अभिमन्यु प्रसाद ने कहा कि हजारीबाग को अंग्रेज पदाधिकारी सिमसन ने बसाया था. उस समय सड़कें चौड़ी और जगह-जगह पर चौराहा बनाया गया था. लेकिन बेतरतीब निर्माण ने शहर की सुंदरता बिगाड़ दी है. नगर निगम क्षेत्र में गैस व पानी पाइप, नाली निर्माण, कोनार शहरी जलापूर्ति, रोड निर्माण बिना विभाग तालमेल से किये जा रहे हैं. वेलमार्ट के संचालक दिलीप कुमार ने कहा कि हजारीबाग शहर में दोपहर में अधिकतर ट्रैफिक जाम रहता है. जिला प्रशासन शहर व आसपास के विद्यालय संचालकों के साथ बैठक कर छुट्टी समय में आधे घंटे की अंतराल रखने पर इस समस्या का समाधान हो सकता है. शहरवासी मनोज वर्मा ने कहा कि नगर निगम को पार्किंग स्थल मेन रोड के आसपास चयनित करने की जरूरत है. साथ ही ट्रैफिक समस्या समाधान के लिए मजबूत इच्छा शक्ति जरूरी है. व्यवसायी देवेंद्र जैने उर्फ देबु ने कहा कि फुटपाथ पर दुकान सजने से शहर की सड़कें संकरी हो गयी हैं और नगर निगम के पदाधिकारी मौन हैं. कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि हजारीबाग की बदतर ट्रैफिक के लिए स्थानीय प्रशासन के अलावा जनता भी जिम्मेवार है. नमन सिंघल ने कहा कि हजारीबाग की सभी चौक-चौराहों पर कॉमन पार्किंग की व्यवस्था होनी चाहिए. नगर निगम को जल्द से जल्द पार्किंग का चयन करना चाहिए, क्योंकि पार्किंग नहीं होने के कारण शहर में शाम में ट्रैफिक जाम हो जाता है. टाइटन शोरूम मैनेजर राहुल जयपुरियार ने कहा कि शहर में कहीं भी पार्किंग सुविधा नहीं है. ट्रैफिक पुलिस सिर्फ दोपहिया वाहनों के फोटो खिंचने में व्यस्त रहती है. जीतु जैन ने कहा कि हजारीबाग की सड़कें सब्जी मंडी बन गयी हैं. लोग सड़क के किनारे खड़े होकर सब्जी खरीदते हैं और इससे जाम लगता है. उदय मेहता ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस यातायात बहाल करने के बजाय चालान काटने में ही व्यस्त रहती है. प्रशासन ने ट्रैफिक नियंत्रण के लिए अनट्रेंड लोगों को लगाया है, जिससे जाम की समस्या बनी हुई है.
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