हजारीबाग. कैथोलिक महागिरजाघर हजारीबाग में रविवार को संत जोसेफ का पर्व धूमधाम से मना. इस अवसर पर सुबह में विशेष मिस्सा पूजा का आयोजन किया गया. इसके बाद संत जोसेफ की प्रतिमा के साथ पालकी यात्रा निकाली गयी. पालकी को अब्राहम धान, तेओफिल, सिपरियन बारला और एक अन्य श्रद्धालु ने मिलकर बेदी पर स्थापित किया. मुख्य अनुष्ठाता बिशप आनंद जोजो, पल्ली पुरोहित फादर एंथोनी और फादर रेमंड ने संत जोसेफ की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर आरती उतारी. उद्घोषक ईगनियसुस हेमब्रोम ने संत जोसेफ के जीवन और उनके आदर्शों पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला. मौके पर बिशप आनंद जोजो ने अपने संदेश में संत जोसेफ को परिवार का संरक्षक बताया. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हर परिवार में पिता अपने परिवार का रक्षक और मार्गदर्शक होता है, उसी प्रकार संत जोसेफ भी हैं. ईश्वर के आदेशों का पालन करके परिवार के मुखिया कुशलतापूर्वक अपने घर का संचालन कर सकते हैं. बिशप ने लोगों से संत जोसेफ की जीवनी से प्रेरणा लेने का आह्वान किया. इस दौरान गिरजाघर की बेदी को सिस्टर नीलम होली क्रॉस मंडली ने आकर्षक ढंग से सजाया था. युवा संघ के सदस्यों ने भक्ति गीतों से मिस्सा पूजा को और भी भक्तिमय बना दिया. इस अवसर पर सुशील लकड़ा, मनीषा टोप्पो, रंजीत कुजूर, जुनस टोप्पो, सिपरियन बारला, तेयोफिल, सिलास भेंगरा, आलोक टोप्पो, आदर्श लकड़ा, स्नेहा नाग, महिला संघ की सदस्य, युवा संघ के सदस्य और संत रॉबर्ट बालक विद्यालय के विद्यार्थी मौजूद थे.
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