हजारीबाग. झारखंड राज्य पंचायती राज विभाग ने विष्णुगढ़ प्रखंड के अलपीटो मुखिया सुमिता देवी की वित्तीय शक्ति जब्त करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है. मुखिया पर 15वें वित्त, मनरेगा और अन्य मदों से विकास योजनाओं में अनियमितता पायी गयी थी. मुखिया पर 22 लाख 95 हजार रुपये की अनियमितता का आरोप है. इस कार्य में मुखिया के अलावा उसके पति व पंचायत सचिव की संलिप्तता पायी गयी है. इस संबंध में उपायुक्त ने 21 अप्रैल 2025 को पंचायती राज विभाग को सूचित किया था. उपायुक्त के प्रतिवेदन के आधार पर अलपीटो में विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में अनियमितता पायी गयी. वित्तीय वर्ष 2021-22 में 16 योजनाओं के क्रियान्वयन में लाभुक समिति को भुगतान नहीं कर किसी एक व्यक्ति नारायण यादव के खाते में राशि जमा की गयी थी. गड़बड़ी को लेकर मुखिया सुमिता देवी से सात दिसंबर 2024 को स्पष्टीकरण मांगा गया था. लेकिन मुखिया ने अपना पक्ष व स्पष्टीकरण समर्पित नहीं किया. इसके बाद झारखंड राज्य पंचायती अधिनियम 2001 एवं विभागीय आदेश संख्या-26 में निहित प्रावधानों व उपायुक्त की अनुशंसा के तहत मुखिया को निलंबित करते हुए सारी वित्तीय शक्ति वापस ले ली गयी.
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