पिपरवार. केरेडारी प्रखंड के पताल पंचायत के बड़की मेढ़ी आंगनबाड़ी केंद्र में शिशु पोषण आहार में कीड़े पाये जाने पर ग्रामीणों में नाराजगी है़ फोर्टिफाइड पंजीरी फूड खाने के बाद सरस्वती देवी के पुत्र को उल्टी होने से माहौल गर्म हो गया़ बुधवार को माताओं ने आंगनबाड़ी केंद्र पहुंच कर सेविका सुगनी देवी को पोषण आहार वापस कर दिया़ फूड पैकेट में निर्माण तिथि 10 अक्तूबर 2014 अंकित है़ पैकेट में निर्माण तिथि से तीन माह के अंदर सेवन करने की सलाह दी गयी है़
फूलमणि देवी ने बताया कि दो दिन पहले ही पैकेट दिया गया था़ मुनीता देवी ने कहा कि पैकेट खोलने के साथ ही कीड़े निकलने लगते है. मनीषा देवी बताती हैं कि हमे शिशुओं को पोषण के लिए सरकार द्वारा प्रतिमाह चार पैकेट दिया जाता था, किंतु इधर एक वर्ष से आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहने के कारण फोर्टिफाइड पंजीरी फूड नहीं मिल रहा था़ एक सप्ताह पहले महिलाओ द्वारा हंगामा करने के बाद सोमवार को तीन पैकेट प्रति माह के हिसाब से पूरे छह माह का पैकेट (18 पैकेट) महिलाओं में वितरित किया गया़ इसके खाने के बाद कई बच्चे उल्टी करने लगे़ आजादी बचाओ आंदोलन के पंचायत संयोजक विकास महतो ने बताया कि गर्भवती व धात्री महिलाओं के लिए वितरित पैकेट सही है़
गड़बड़ी सिर्फ शिशु के पोषण आहार वाले पैकेट में है़ इस संबंध में पूछने पर सेविका सुगनी देवी ने कहा कि ब्लॉक से पैकेट लेते समय निर्माण तिथि पर ध्यान नहीं दिया था, इसलिए गलती हो गयी़ सीडीपीओ (चाइल्ड डेवलपमेंट प्रोजेक्ट ऑफिसर) केरेडारी राखी चंद्रा ने कहा कि पिछले सप्ताह ही पोषण आहार का उठाव हुआ है़ यदि शिकायत सही है, तो सारी गलती सेविका की है़ जांच के बाद कार्रवाई की जायेगी़