हजारीबाग : मांडू विधानसभा में रोजगार के साधन उपलब्ध नहीं होने से लोगों का पलायन जारी है. झारखंड बनने के बाद भी इस क्षेत्र में कोई कल-कारखाना नहीं लगा. यहां के लोग महानगरों व खाड़ी देशों में ट्रांसमिशन टावर लगानेवाली कंपनियों के लिए काम करते हैं. विष्णुगढ़, टाटीझरिया व चुरचू प्रखंड के ज्यादातर घरों से कोई न कोई सदस्य महानगरों में काम करता है. इस इलाके में कल-कारखाना, कृषि आधारित उद्योग धंधे और लघु कुटीर उद्योग का अभाव है. कृषि के लिए सिंचाई व्यवस्था के पर्याप्त साधन नहीं होने के कारण पलायन लोगों की मजबूरी है. कोयलांचल (मांडू, घाटो, गिद्दी) भी अब रोजगार पैदा नहीं कर रहा.
झारखंड बनने के बाद भी इस इलाके में कोई कल-कारखाना नहीं लगा. टाटीझरिया सब स्टेशन का भवन बने सात माह हो गये, पर यह चालू नहीं हुआ है.
राजेश ठाकुर, डुमर टाटीझरिया
चरही कोयलांचल क्षेत्र अंतर्गत सात सीसीएल परियोजना है. पर स्थानीय युवाअों को रोजगार नहीं मिला. चुरचू प्रखंड में सिंचाई के अभाव में खेती नहीं होती.
लखीराम मांझी चनारो चुरचू
क्या कहते हैं विधायक
अपने स्तर से रोजगार दिलाने का प्रयास मैंने किया है. कोनार सिंचाई परियोजना आने के बाद कृषि आधारित उद्योग को बढ़ावा मिलेगा तथा पलायन रुकेगा.
जेपी पटेल, विधायक मांडू
विष्णुगढ़ में कांसा-पीतल के लघु उद्योग बंद हो गये हैं. कृषि आधारित उद्योग भी नहीं लगे. शिक्षित युवक रोजगार के लिए महानगरों की ओर पलायन कर रहे हैं.
राणा इकबाल, चेडरा विष्णुगढ़