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ऐसे में कैसे बदलेगी शहर की तस्वीर
हजारीबाग : पूर्वी भारत व संयुक्त बिहार के पुराने जिलों में से एक हजारीबाग शहर का मेन रोड बदहाल है. 1834 ई में अंग्रेजों के शासनकाल में हजारीबाग को देश की राजधानी बनाने की भी चर्चा हुई थी. उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडलीय मुख्यालय के शहर का मेन रोड किसी गांव व कस्बे की सड़क से बेहतर […]
हजारीबाग : पूर्वी भारत व संयुक्त बिहार के पुराने जिलों में से एक हजारीबाग शहर का मेन रोड बदहाल है. 1834 ई में अंग्रेजों के शासनकाल में हजारीबाग को देश की राजधानी बनाने की भी चर्चा हुई थी.
उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडलीय मुख्यालय के शहर का मेन रोड किसी गांव व कस्बे की सड़क से बेहतर नहीं है. एनएच-100 में इंद्रपुरी चौक से खिरगांव चौक तक लगभग एक किमी मेन रोड है. इस सड़क को ही शहर का आन बान और शान समझा जाता है. हजारीबाग की सड़कों को दुरुस्त करने की बात पिछले तीन दशक से जनप्रतिनिधि उठाते जरूर आये हैं, लेकिन स्थिति में सुधार नहीं हो पाया.
बेतरतीब सड़क: हजारीबाग मेन रोड इंद्रपुरी चौक से ही पूरी तरह से बेतरतीब है. लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा स्थल के चारों तरफ गंदगी यहां की स्थिति बताने के लिए काफी है.
सब्जी की दुकानों व चारों ओर की नालियों का पानी सड़क पर बहने के कारण आमलोग परेशान हैं. पानी टावर चौक का सौंदर्यकरण नहीं हुअा है और न ही यहां चौराहा बन पाया. दस कदम आगे मेन रोड में पानी टंकी के सामने बड़े गड्ढे पर लोहे की चादर लगा दी गयी है. पानी टंकी के नल से 24 घंटा पानी बहता रहता है, जिससे सड़क की स्थिति और भी बदतर हो गयी है. सदर अस्पताल गेट व यूनाइटेड बैंक चौक के पास फुटपाथ नहीं है. वहीं गोलंबर या डिवाइडर नहीं बन पाया है. सड़क के दोनों ओर खुली नालियां हैं.
पैगोड़ा चौक की स्थिति जर्जर: पैगोडा चौक की स्थिति तो और भी दयनीय है. यहां बिजली के झुके पोल से स्थिति बयां होती है. गुरुगोविंद सिंह मार्ग, न्यू एरिया जानेवाली सड़क पर कोई डिवाइडर नहीं है. मेन रोड के सबसे व्यस्ततम इलाका पैगोडा चौक से झंडा चौक के बीच सड़क किनारे सब्जी दुकान हैं. दर्जनों जानवर मेन रोड पर विचरण करते रहते हैं. स्थिति यह है कि डिवाइडर से सभी जाली गायब है. बेतरतीब ट्रैफिक के कारण रोजाना सड़क पर गाड़ियां रेंगती है.
नहीं बना डिवाइडर: शहर व मेन रोड का सबसे महत्वपूर्ण स्थान झंडा चौक है. जहां हर दिन पुतला दहन, धरना प्रदर्शन होता है. लोगों का जमावड़ा लगा रहता है. इस चौक के सौंदर्यकरण के लिए अब तक कोई प्लान नहीं बना है. झंडा चौक से ग्वाल टोली चौक व खिरगांव चौक तक मेन रोड पर सड़क के बीचों-बीच डिवाइडर बनाने का काम तक शुरू नहीं हुआ है. ग्वालटोली चौक के पास बड़े-बड़े गड्ढे उभर आये हैं. यहां से लक्ष्मी टॉकिज होते हुए खिरगांव चौक तक मेन रोड के विकास के लिए चौराहा व सड़क किनारे कोई काम नहीं हुआ है.
क्यों बदहाल है मेन रोड: कोर्रा चौक से इंद्रपुरी वाया झंडा चौक से खिरगांव चौक तक एनएच-100 शहर का मेन रोड है. वर्ष 2009 से जिला प्रशासन के निर्देश पर एनएच के कार्यपालक पदाधिकारी की ओर से मेन रोड चौड़ीकरण, सौंदर्यीकरण, डिवाइडर निर्माण के लिए डीपीआर सरकार के पथ निर्माण विभाग के सचिव को भेजी गयी. योजना पुन: 2011 में भी भेजी गयी. एनएच के कार्यपालक अधिकारी द्वारा आइआरक्यूपी योजना के तहत एनएच से राशि मांगी गयी, लेकिन केंद्र द्वारा इस योजना के लिए कोई राशि पिछले दस वर्षों में उपलब्ध नहीं करायी गयी.
2018 में बदलेगी सूरत?: हजारीबाग मेन रोड की सूरत 2018 में बदल सकती है. स्थानीय सांसद सह केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा, भाजपा के सदर विधायक मनीष जायसवाल की पहल पर केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार एनएच अधिकारियों द्वारा भेजे गये योजनाओं पर राशि उपलब्ध करा दे. कोर्रा से खिरगांव तक डिवाइडर और सडक चौक सुंदरीकरण का काम हो जाये.
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