गुमला. नगर परिषद गुमला की लापरवाही देखनी है, तो शहर के पालकोट रोड स्थित बेहराटोली पुल के समीप आयें. आप यहां देख सकते हैं कि किस प्रकार शहर की गंदगी को यहां डंप किया जा रहा है. कूड़ा-कचरा फेंकने से यहां पहाड़ बनते जा रहा है. दूसरी तरफ नदी का अस्तित्व भी नगर परिषद के गैर जिम्मेदाराना काम से समाप्त हो रहा है. क्योंकि ट्रैक्टर के माध्यम से यहां गंदगी फेंकी जा रही है, जो पुल से सीधे नदी में गिर कर नदी को ही खत्म कर दे रही है. पुल के अलावा सड़क पर गंदगी का ढेर हो गया है, जहां दिनभर पशु-पक्षी मंडराते रहते हैं. वहीं राहगीर नाक पर रुमाल रख आवागमन करते हैं.
गंदगी से बीमारी फैलने का डर : राजीव कुमार
समाजसेवी राजीव कुमार ने कहा कि प्रातःकालीन टहलने वाले लोग नाक पर रुमाल रख कर वहां से गुजरते हैं. इसका असर उनके सेहत पर पड़ता है. कूड़े के अंबार में प्लास्टिक व सड़ा-गला भोजन लोगों द्वारा फेंक दिया जाता है, जिससे वहां चरने वाले मवेशी प्लास्टिक व सड़ा-गला भोजन खाने से बीमार हो रहे हैं. वहां पर आवारा कुत्तों को भी देखा जा सकता है. इस मार्ग में अनेकों स्कूल व कॉलेज के छात्र-छात्राएं वहां से गुजरते हैं, जिससे उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर देखने को मिल रहा है. उन्हें गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.महामारी का रूप ले लेगी गंदगी : रजनीश
रजनीश कुमार मिंकू ने कहा कि सड़क के किनारे कचरे की समस्या अब विकराल रूप ले रही है. सड़क से गुजरने वाले लोग दुर्गंध से परेशान हैं. जबकि आसपास की घनी बस्तियों में रहने वाले लोगों का जीवन नरक बन गया है. हर तरफ कचरे के ढेर व उसमें पनपते कीड़े-मकोड़े स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं. नगर परिषद गुमला की सफाई व्यवस्था में गंभीर अनियमितताएं उजागर हो रही हैं. अगर समय रहते इस गंभीर समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया, तो एक दिन या महामारी का रूप ले सकती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

