गुमला. शहर के मेन रोड स्थित कनक ज्वेलर्स में एक साल पहले हुए चर्चित गोलीकांड व लूटकांड मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने इस मामले में आठवें और अंतिम अभियुक्त रॉबिन टोप्पो को गिरफ्तार कर सोमवार को न्यायिक हिरासत में प्रस्तुत कर जेल भेज दिया. रॉबिन टोप्पो की गिरफ्तारी से कनक ज्वेलर्स में हुए गोलीकांड का पूरा मामला सुलझ गया है. 30 जुलाई 2024 की सुबह करीब 10 बजे छह अपाची बाइक पर सवार अपराधी हथियार लेकर कनक ज्वेलर्स पहुंचे थे. दुकान में घुसते उन्होंने संचालक प्रकाश कुमार से लूटपाट की कोशिश की. विरोध करने पर अपराधियों ने प्रकाश पर गोली चला दी, जो उनके हाथ में लगी. घटना के समय दुकान की कर्मचारी आशा देवी ने साहस दिखाते हुए शोर मचाया और प्रकाश के साथ मिल कर अपराधियों को खदेड़ दिया. इस बहादुरी के कारण बड़ी वारदात टल गयी थी. घटना के तुरंत बाद गुमला शहर में अफरा-तफरी का माहौल हो गया था. मामला दर्ज होते पुलिस ने इसे अपनी प्राथमिकता बनाया और लगातार दबिश दी. इस कांड में पुलिस पहले ही सात अभियुक्तों गोल्डेन कुमार उर्फ गोल्डेन पासवान, कमेश यादव, सुरेंद्र बिशनोई, मोनू सोनी उर्फ बुकिंग बोकिया, आनंद सोनी, ललन भुइयां उर्फ अर्जुन सिंह और विशाल चौधरी को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी थी. अब अंतिम आरोपी रॉबिन टोप्पो की गिरफ्तारी के साथ यह मामला पूरी तरह सुलझ गया. एसआइ राजेंद्र मंडल के नेतृत्व में गठित टीम ने तकनीकी अनुसंधान के आधार पर पलामू के चैनपुर पुलिस की मदद से चैनपुर बाजार से रॉबिन टोप्पो को धर दबोचा. रॉबिन चैनपुर थाना क्षेत्र के अटकाही गांव का निवासी है और टेंपो चलाता था. पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि इसी टेंपो में सभी अपराधी सवार होकर गुमला आये थे और लूट की योजना इसमें बैठक कर बनायी गयी थी. पुलिस जांच में यह मामला पलामू के मोनू सोनी गिरोह से जुड़ा पाया गया था. गिरोह ने गुमला शहर में लूट की योजना बना कर इस वारदात को अंजाम देने की कोशिश की थी. पुलिस की त्वरित कार्रवाई से न केवल आरोपी गिरफ्तार हुए बल्कि पूरा गिरोह भी समाप्त हो गया.
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