गुमला. झारखंड राज्य प्राइमरी टीचर्स एसोसिएशन रांची के तत्वावधान में बुधवार को नगर भवन गुमला में झारखंड लोक कला-संस्कृति समारोह हुआ. इसका शुभारंभ मुख्य अतिथि सरना धर्म गुरु बंधन तिग्गा ने परमवीर अलबर्ट एक्का स्टेडियम परिसर में स्थापित परमवीर अलबर्ट एक्का की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया. मौके पर धर्मगुरु बंधन तिग्गा ने कहा कि झारखंड की कला संस्कृति ही राज्य की पहचान है. उन्होंने शिक्षकों द्वारा आयोजित कला-संस्कृति कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से कलाकारों को मंच व पहचान मिलेगी. उन्होंने कहा कि झारखंड की कला-संस्कृति आदिकाल से प्रचलित रही है. उन्होंने समाज के लोगों से झारखंडी कला-संस्कृति को अक्षुण्ण बनाये रखने की अपील की. टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश सचिव मंगलेश्वर उरांव ने कहा कि हम आदिवासियों और झारखंड की पहचान हमारी पारंपरिक कला-संस्कृति है, जिसे बढ़ाने की जिम्मेवारी युवाओं के कंधे पर है. उन्होंने युवाओं से आगे आने की अपील करते हुए कहा कि आनेवाली पीढ़ी और युवाओं को झारखंडी कला-संस्कृति की विरासत को बचा कर रखने की जरूरत है. श्री उरांव ने युवाओं से नशापान से दूर रहने के लिए प्रेरित किया. कहा कि नशा समाज को खोखला कर रहा है, युवा इसकी गिरफ्त में फंसे हैं. युवाओं को इससे छुटकारा पाना होगा और समाज को विकास की ओर ले जाना होगा. इससे पूर्व अतिथियों का पारंपरिक रूप से स्वागत किया गया. समारोह में विभिन्न खोड़हा दलों द्वारा ढोल, मांदर व झांझर की थाप पर पारंपरिक नृत्य व गीत की प्रस्तुति दी. मौके पर चिंतामनी उरांव, जीवननाथ तिवारी, महावीर उरांव, कमल उरांव, रूपधारी साहू, अवधेश कुमार, सरिता कुमारी आदि मौजूद थे.
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