गुमला : झारखंड के गुमला के जिला जल एवं स्वच्छता समिति (पीएचईडी) के कार्यपालक अभियंता रमेश लोहरा को एसीबी ने एक लाख रुपये घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ के बाद घूसखोर लोहरा को एसीबी की टीम शुक्रवार की शाम 6.45 बजे रांची ले गयी. ईई लोहरा सिसई के ठेकेदार गौतम कुमार से एक लाख रुपये घूस की मांग की थी, जिसकी शिकायत गौतम ने एसीबी से कर दिया.
दरअसल, शुक्रवार को ठेकेदार गौतम कुमार रिश्वत का पैसा लेकर कार्यपालक अभियंता के दफ्तर पहुंचा. जैसे ही गौतम ने ईई लोहरा को घूस का पैसा दिया. एसीबी की टीम ने तुरंत कार्यालय में दबिश दे दी. इसके बाद ईई से पूछताछ व कागजी कार्रवाई के बाद रांची ले गयी. ठेकेदार गौतम ने बताया कि वह जिले के कई ब्लॉक में मिनी वाटर टंकी लगाने का काम किया है. इसका भुगतान पीएचईडी विभाग से चेक के माध्यम से हो गया है, लेकिन रकम के भुगतान के एवज में ईई द्वारा एक लाख रुपये की मांग की जा रही थी. इसके लिए विभाग की ओर से लगातार दबाव डाला जा रहा था. दबाव से परेशान होकर उन्होंने इसकी शिकायत एसीबी से कर दी.
उन्होंने बताया कि इसके बाद एसीबी ने कार्रवाई करते हुए ईई लोहरा को पकड़ा है. बताया जा रहा है कि गौतम शुक्रवार सुबह ही विभाग के कार्यालय में पहुंच गया था. दोपहर में एसीबी की टीम भी पहुंची. जब गौतम पैसा लेकर ईई के पास गया, तो शुरू में ईई ने पैसा लेने से इंकार करते हुए कैशियर संजय के पास भेज दिया, लेकिन संजय ने पैसा न लेकर ईई के पास भेज दिया और संजय कोषागार में चला गया.
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार की शाम करीब छह बजे ठेकेदार गौतम दोबारा अभियंता लोहरा के पास गया, तो लोहरा ने पैसा पकड़ लिया. फिर क्या था. मौके की तलाश में एसीबी की टीम ने उसे रंगेहाथ धर दबोचा. इस बाबत कैशियर संजय ने बताया कि मैं कोषागार में गया हुआ था तभी एसीबी ने लोहरा को धर दबोचा. इधर, एसीबी की कार्रवाई के बाद विभाग के अन्य कई कर्मचारियों में दहशत में हैं.