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दोहरे हत्याकांड के बाद एनएच 43 डेढ़ घंटे जाम, पुलिस के खिलाफ लगे नारे

गुमला : घाघरा प्रखंड में पुटो रोड निवासी लक्ष्मण गोप उर्फ हंदू महतो व गुमला शहर के डीएसपी रोड रवि कुमार सिंह की हत्या से लोग गुस्से में हैं. पोस्टमार्टम के बाद सोमवार को दोनों शवों को लेकर गुस्साये लोग टावर चौक पहुंचे और 3.45 बजे सड़क जाम कर नारेबाजी शुरू कर दी. करीब डेढ़ […]

गुमला : घाघरा प्रखंड में पुटो रोड निवासी लक्ष्मण गोप उर्फ हंदू महतो व गुमला शहर के डीएसपी रोड रवि कुमार सिंह की हत्या से लोग गुस्से में हैं. पोस्टमार्टम के बाद सोमवार को दोनों शवों को लेकर गुस्साये लोग टावर चौक पहुंचे और 3.45 बजे सड़क जाम कर नारेबाजी शुरू कर दी. करीब डेढ़ घंटे तक लोग एनएच-43 पर बैठे रहे. इससे रांची व छत्तीसगढ़ का मार्ग जाम हो गया. सड़क जाम करने दोनों मृतक के परिजन भी पहुंचे थे. घाघरा प्रखंड से भी लोग सड़क जाम करने गुमला पहुंचे थे.
सड़क जाम की सूचना पर गुमला थाना की पुलिस पहुंची. लोगों को जाम हटाने के लिए कहा. इससे लोगों का गुस्सा और बढ़ गया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. वे घाघरा के थानेदार को सस्पेंड करने, मृतक के परिजनों को 20 लाख मुआवजा देने, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने व हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे. जाम की सूचना पर बीडीओ शंकर एक्का भी पहुंचे. इसी बीच करीब चार बजे एसडीपीओ भूपेंद्र प्रसाद राउत व एसडीओ केके राजहंस भी जाम स्थल पर पहुंचे.
लोगों को समझाने का प्रयास किया. किसी प्रकार अधिकारियों ने लोगों को समझा कर सड़क जाम हटवाया. लोगों ने कहा है कि अगर प्रशासन कार्रवाई नहीं करता है, तो मजबूरन दोबारा सड़क पर उतरेंगे. इधर, क्षत्रिय समाज के लोगों ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाया है कि बढ़ते अपराध को रोकने में गुमला पुलिस विफल साबित हो रही है.
दोस्त के बुलाने पर रवि घर से निकला था
जानकारी के अनुसार, मृतक रवि सिंह उर्फ भूत का पैतृक गांव कतारीकोना थाना कुरूमगढ़ चैनपुर है. वर्तमान में उसका परिवार डीएसपी रोड जवाहर नगर स्थित बृजमोहन प्रसाद के आवास में किराये में रहता है. घटना के संबंध में मृतक के भाई सुमित कुमार सिंह ने बताया कि उसका भाई रवि सिंह घर में था. उसका दोस्त सूरज कुमार उसे बुला कर ले गया था. रवि और सूरज पुटी का काम करते थे. पता चला कि इसी दौरान लक्ष्मण बाइक लेकर आया और रवि को अपने साथ ले गया. उसके बाद रवि घर नहीं लौटा.
सोमवार की सुबह व्हॉटसअप में आये फोटो से उसकी पहचान हुई है, तब घाघरा जाकर शव को देखा.इधर, पिता अखिलेश्वर सिंह ने कहा कि उसका बेटा रवि सिंह पूटी का काम करता था. इस वर्ष मैट्रिक की परीक्षा प्रथम श्रेणी से पास की थी. वर्तमान में इंटरमीडिएट में नामांकन एसएस हाई स्कूल गुमला में कराया था. रविवार की दोपहर सूरज नामक दोस्त उसे दोपहर डेढ़ बजे बुलाकर ले गया था. उसके बाद से नहीं लौटा था. उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी. मेरा बेटा कोई अपराधी नहीं था.
इस प्रकार घटी थी घटना
लक्ष्मण व रवि दोनों बाइक से गुमला से घाघरा गये थे. लक्ष्मण का घर पुटो रोड घाघरा में है. लक्ष्मण पहले अपने घर गया. इसके बाद दोनों दोस्त घाघरा चांदनी चौक पहुंचे. बताया जा रहा है कि चांदनी चौक में दोनों ने बियर खरीदी, जहां कुछ युवकों से दोनों की बकझक हुई थी. इसके बाद वे लोग पतागाई गांव चले गये. पतागाई से कुछ दूरी पर टोंगरी के समीप वे लोग कुछ अन्य युवकों के साथ देखे गये थे. टोंगरी के समीप ही विवाद होने के बाद दोनों युवकों की गर्दन रेत कर हत्या कर दी गयी थी. रविवार को एक युवक की पहचान नहीं हुई थी. सोमवार को परिजनों ने शव को देख कर रवि कुमार सिंह के रूप में पहचान की.
जिले में अपराध चरम पर है : क्षत्रिय समाज
सदर अस्पताल के पोस्टमार्टम रूम में शव के पहुंचने पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. क्षत्रिय महासंघ के पदाधिकारी जगनारायण सिंह, सुरेश सिंह व विकास सिंह ने परिजनों से हत्याकांड की जानकारी ली. साथ ही कहा कि इस घटना से पूरा समाज मर्माहत है. उन्होंने कहा कि आये दिन जिले में अपराधियों का आतंक बढ़ रहा है. पुलिस मौन है. क्षत्रिय समाज के युवकों की हत्या हो रही है. जिले में अपराध चरम पर है और पुलिस मौन है. उन्होंने जिला प्रशासन से अविलंब हत्यारों की गिरफ्तारी करने व मृतक के परिजनों को 25 लाख रुपया मुआवजा व सरकारी नौकरी देने की मांग की है.

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