घाघरा प्रखंड में हनुमान छाप लाल सिक्का के काले खेल में देवाकी गांव की एक महिला की जान चली गयी. लाल सिक्का के लिए पांच अज्ञात अपराधियों ने महिला का अपहरण कर गैंगरेप किया. रातभर रखकर गैंगरेप करने के बाद महिला को अपराधियों ने मुक्त कर दिया. महिला घर पहुंची और लोकलाज की डर से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. परिजनों ने कहा कि खुद के ऊपर हुए शोषण और अत्याचार को महिला बर्दाश्त नहीं कर पायी और उसने अपने ही घर के समीप स्थित एक आम के पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
घटना इस प्रकार है
जानकारी के अनुसार महिला के पति के पास एक हनुमान छाप लाल सिक्का होने की सूचना थी. करीब 10 दिन पूर्व अपराधियों ने पिठवरटोली गांव के प्रकाश उरांव के माध्यम से उक्त व्यक्ति को 10 हजार रुपये भिजवाया था. ताकि वह सिक्का दे सके. पैसा मिलने के बाद प्रकाश ने उक्त व्यक्ति को पांच हजार रुपये देकर सिक्का मांगा. लेकिन उसने प्रकाश को सिक्का नहीं दिया. सिक्का नहीं मिलने पर प्रकाश अपराधियों से बचने के लिए गांव छोड़कर भाग गया. प्रकाश के गांव से भाग जाने के बाद अपराधी पिछले तीन दिनों से महिला के पति से संपर्क बनाये हुए थे और सिक्का की मांग कर रहे थे. सिक्का नहीं मिलने पर गत 22 फरवरी की शाम लगभग सात बजे अपराधी दोबारा उसके घर पहुंचे और हथियार के बल पर उसकी पत्नी को अपने साथ ले गये. इसके बाद 23 फरवरी को अपराधियों ने महिला को घर पर लाकर पहुंचा दिया. शनिवार की अहले सुबह लगभग तीन बजे महिला घर से निकली और आम पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. स्थानीय लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंची घाघरा पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया.
पति ने भागकर बचायी जान
अपराधी महिला के साथ उसके पति को भी अपने साथ ले जा रहे थे. लेकिन मौका देखकर उसका पति अपराधियों के मंसूबे को देखते हुए वहां से जान बचाकर भाग निकला. वहीं अपराधी जिस वक्त महिला को ले जा रहे थे. उस समय उसका बेटा अर्जुन लोहरा भी घर पर था. अपराधियों ने बेटे को धमकी देते हुए कहा कि सिक्का मिलते ही छोड़ देंगे. पुलिस को बताया तो जान से मार देंगे.
घटना में दुष्कर्म का मामला नहीं
घटना के संबंध में पुलिस निरीक्षक बीके वर्मा से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह अंधविश्वास का मामला है. अंधविश्वास में आत्महत्या हुआ है. यह मामला दुष्कर्म का नहीं हो सकता है. मामले की छानबीन की जा रही है. अपराधियों को गिरफ्तार किया जायेगा.
क्या है हनुमान सिक्का जाने
गुमला में प्रचलित है. जिसके पास हनुमान सिक्का रहता है. वह धनवान बन जाता है. हर ऐशो-आराम उसे मिलती है. लेकिन वास्तव में यह अंधविश्वास है. इसी अंधविश्वास के कारण गुमला में हनुमान सिक्का को लेकर पूर्व में कई घटनाएं घट चुकी है. हत्या तक हुई है. इसमें कई चर्चित लोगों के भी नाम आ चुका है. सबसे बड़ा मामला बसिया प्रखंड में हो चुका है. यहां सिक्का के फेर में घर तक को खोद दिया गया था
