लिनुस ने प्राथमिकी में कहा है कि 21 अक्तूबर को सुनील खलखो मांदर लेने कोमड़ो गांव आया था. शाम करीब सात बजे सुनील मेरे पास आया. खाना खाने के बाद हम दोनों सोने चले गये. इसी बीच सिप्रियानुस तिर्की आया और उसे अपने साथ ले गया. यहां से दोनों अपने पुराने दोस्त बबलू के घर चले गये.
इसके एक-दाे घंटे बाद सिप्रियानुस मेरे (लिनुस तिर्की) पास आया और कहा कि भैया मैंने सुनील की हत्या कर दी और उसके शव को डैम में फेंक दिया हूं. अगर मैं उसे नहीं मारता, तो वह मेरी हत्या कर देता. इधर, मृतक की मां मरियम खलखो ने बताया कि वह दीपावली के दिन मांदर लाने की बात कह कर निकला, किंतु घर नहीं लौटा. घर नहीं लौटने पर परिजनों के यहां खोजबीन की. बाद में पता चला कि उसकी हत्या कर दी गयी है.