घाघरा : ईटकिरी ग्राम निवासी नवयुवक लक्ष्मण उरांव फलेरिया के कारण तकलीफ में जीवन जीने के लिए मजबूर है. लक्ष्मण उरांव पिछले 13 वर्षों से फाइलेरिया है. लक्ष्मण की बीमारी और गंभीर होती जा रही है. वह अपना इलाज के लिए दर दर भटकता रहा है. उसने जमीनों को बंधक रखकर इलाज कराने की कोशिश की, कई जगहों पर दौड़ा जिसके बाद भी उसका कहीं पर समुचित इलाज नहीं हो सका. अंत में वह हारकर घर में बैठ गया, लक्ष्मण कहत है अब अपनी मौत का इंतजार कर रहा हूं.
दो महीने पहले लक्ष्मण के दोस्त लक्ष्मी नारायण साहू, पप्पू साहू व चंद्रदेव उरांव ने रिम्स इलाज के लिए भेजा था. जहां लक्ष्मण को कुछ दवाइयां दी गई और 6 यूनिट खून जमा करके हॉस्पिटल आने की बात कह कर वहां से भेज दिया गया. फलेरिया का इलाज स्वास्थ्य केंद्र से लेकर बड़े अस्पताल रिम्स में निशुल्क अच्छी सुविधा व चिकित्सा मुहैया कराने का दावा किया जाता है. विधायक की अनुशंसा के बाद पीड़ित को निशुल्क चिकित्सा सेवा भी दिया जाने का प्रावधान है. इन सबके बाद भी लक्ष्मण 13 वर्षों से कोई मदद नहीं मिल रही.
