बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान मोंथा का असर गोड्डा जिले में भी महसूस किया गया. बुधवार की शाम से रूक-रूक कर हो रही बारिश ने सामान्य जनजीवन को प्रभावित किया है. जिले में पिछले तीन दिनों में लगभग 60 मिमी वर्षा दर्ज की गयी. तेज बारिश और हवा के कारण तापमान में गिरावट आयी है और मौसम में ठंडक महसूस हो रही है. बारिश से जिले की लगभग सभी पहाड़ी नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. कझिया, गेरूआ, चीर, लीलझी, हरना, सापिन और ढोलिया नदी में पानी उमड़ने के कारण नदियां विशाल दिख रही हैं. मौसम विभाग के अनुसार, रविवार तक मेघ गर्जन, वज्रपात और हल्की से मध्यम वर्षा के साथ तेज हवा चलने की संभावना है, इसके बाद धूप निकलने और तापमान में धीरे-धीरे सुधार होने की उम्मीद है. महगामा प्रखंड के पश्चिमी छोर पर गेरूआ व सुंदर नदी के संगमस्थल के पास नारायणपुर और रामकोल गांवों में किसानों के आलू की फसल पूरी तरह नष्ट हो गयी. हनवारा थाना क्षेत्र के जरोत्तमपुर गांव में बाढ़ का पानी मेले में घुसने से तारामांची और ब्रेकडांस जैसी मशीनें डूब गयीं, जिससे लोगों में निराशा है.
सुंदर नदी का बढ़ता जलस्तर
पथरगामा प्रखंड क्षेत्र में तीन दिनों से हो रही बारिश के कारण सुंदर नदी में जलस्तर बढ़ गया है. नदी के पूरब दिशा में पानी भर चुका है और पश्चिम दिशा में पुल से पानी का तेज बहाव नजर आ रहा है. स्नान, वस्त्र धुलाई और मवेशियों की प्यास बुझाने के लिए नदी में पर्याप्त पानी आ गया है. रमड़ो, कसियातरी, मांछीटांड़, टेंगर, दाढ़ीघाट और सुंदरमोर के लोग दैनिक कार्यों के लिए नदी का उपयोग कर रहे हैं. जलस्तर बढ़ने से मछली पकड़ने के लिए जाल फेंकने में नवयुवक भी व्यस्त दिखे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

