बंगाल की खाड़ी में उठा मोंथा चक्रवाती तूफान मेहरमा प्रखंड क्षेत्र में भी अपने असर दिखा गया. बुधवार से लगातार हो रही बारिश के कारण प्रखंड क्षेत्र में धान की लगभग 20 प्रतिशत फसल नुकसान का सामना कर रही है. किसानों ने बताया कि इस वर्ष प्रखंड क्षेत्र में धान की 100 प्रतिशत बुआई हुई थी और अब फसल कटने की स्थिति में है. कुछ क्षेत्रों किसान हाइब्रिड धान काट भी चुके हैं, लेकिन कटे हुए धान के पत्तन खेत में गिर चुके हैं. लगातार बारिश और खेतों में पानी भरने के कारण किसानों को चिंता है कि पत्तन गिरा हुआ धान सड़ सकता है. इसके अलावा, पक चुकी धान की फसल भी लगातार खराब मौसम की वजह से गिरने और नुकसान का सामना कर सकती है. किसानों का कहना है कि यदि मौसम इसी तरह बना रहा तो फसल की हानि और बढ़ सकती है. इस बीच किसानों ने प्रशासन से समय पर मदद और मार्गदर्शन की भी अपील की है.
क्या कहते हैं प्रभारी प्रखंड कृषि पदाधिकारी
लगातार बारिश के कारण कटे हुए धान को पहले ही नुकसान हुआ है. यदि बारिश जारी रही तो फसल को और अधिक क्षति होने की संभावना है. मेहरमा में लगभग 20 प्रतिशत फसल प्रभावित हो सकती है.-अंबुज मुर्मू, प्रभारी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, मेहरमा
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