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अबुआ आवास की पिछले वित्तीय वर्ष की योजना में अब तक तीसरे किस्त की राशि का भुगतान नहीं

नये सिरे से आवंटित अबुआ आवास के निर्माण पर लग सकता है प्रश्नचिह्न

राज्य सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना अबुआ आवास की योजना अपने शैशवकाल में ही हांफने लगा है. अभी तक जिले भर में अबुआ आवास की तीसरी किस्त की राशि का भुगतान भी नहीं किया जा सका है. जबकि नये सिरे से आवंटित नये अबुआ आवास के निर्माण का लक्ष्य जिले को मिल चुका हैं. वित्तीय वर्ष 2023-24 में जिले के लिए कुल 9972 अबुआ आवास के निर्माण का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें एक भी योजना को अब तक पूरा नहीं किया जा सका है. इसके कारण तीसरे किस्त की राशि का अभाव है. हालांकि दूसरे रास्ते से तीसरे किस्त की राशि का भुगतान करने का प्रयास सरकार के आदेश के बाद जिला प्रशासन की ओर से किया जा रहा है. कई प्रखंडों में तो अब तक दूसरे किस्त की राशि ही लाभुकों को मुहैया करायी जा रही है. वहीं आवास निर्माण का कार्य अब तक पूरा हो जाना चाहिये था. तीसरे किस्त की राशि नहीं मिलने से ही अबुआ आवास का एक भी आवास पूरे जिले में पूरा नहीं हो पाया है. जबकि आलम यह है कि दूसरे फेज में आवंटित अबुआ आवास की नयी योजनाओं को लेने के लिए ग्राम सभा की जा रही है. दूसरे फेज के लिये 18 हजार नये आवास का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. ऐसे में इस बात की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है कि जब पुराने आवास के तीसरे किश्त की राशि का पैसा भुगतान होने में परेशानी हो रही है, तो नये का हश्र क्या होगा.

पहले पीएम आवास और अब अबुआ आवास के लिए चक्कर काट रहे हैं लाभुक

जिले में कई ऐसे लाभुक परिवार हैं, जिनको पहले न तो पीएम आवास मिला और न अब अबुआ आवास का लाभ मिल रहा है. आवास से वंचित परिवार झुग्गी झोपड़ियों में ही रह रहे हैं. घाट मंजवारा पंचायत के तालो मिर्धा को न तो पहले पीएम आवास मिला और न ही अबुआ आवास. लिस्ट से ही नाम गायब कर दिया गया है. जबकि पंचायत आपके द्वार कार्यक्रम में आवेदन भी जमा कराया गया था. वही हाल खटनई पंचायत के मो नजाम अंसारी की पत्नी का है. उन्होंने भी अबुआ आवास के लिए आवेदन दिया, परंतु लाभ की सूची से वंचित किया गया है. पूरा परिवार झोपड़ी में रह रहा है.

फूस, खपरैल व मिट्टी के कच्चे मकान में रहने को मजबूर हैं लोग

पथरगामा.

सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में पक्का मकान देने का दावा भले ही करती है, लेकिन आज भी आवास योजना के कई ऐसे पात्र लाभुक देखे जा सकते हैं, जिन्हें लाख कोशिशों के बाद भी आज तक आवास योजना का लाभ नहीं मिल सका. ऐसे निराश ग्रामीण आज भी अपने टूटे-फूटे फूस, खपरैल व मिट्टी के कच्चे मकान में रहने को मजबूर हैं. फिलहाल राज्यभर के तमाम जिले समेत प्रखंडों के अधीन पंचायत के गांव-गांव में पात्र लाभुकों को अबुआ आवास देने का कार्य चल रहा है. कई लोगों को अबुआ आवास का लाभ मिला भी है, लेकिन बहुत ऐसे लाभुकों की लंबी लाइनें हैं जिन्हें आवास योजना का लाभ नहीं मिल पाया है. बता दें कि पथरगामा प्रखंड के पीपरा गांव की कल्पना कुमारी आज तक आवास योजना के लाभ से वंचित है. कल्पना कुमारी आज भी अपने मिट्टी के खपरैल व करकट वाले आशियाना में परिवार के साथ गुजर-बसर करने को मजबूर हैं. मालूम हो कि कल्पना कुमारी के पति यदुनंदन महतो पैर से दिव्यांग भी हैं. इसके बावजूद परिवार को आवास योजना का लाभ नहीं मिल पाया है. कल्पना कुमारी ने बताया कि पीएम आवास के लिए कई बार आवेदन दिया. लेकिन हर बार उनका नाम सूची से बाहर हो जाता है. इसके बाद अबुआ आवास के लाभ के लिए भी आवेदन किया, लेकिन अबुआ आवास की सूची में भी उनका नाम दर्ज नहीं हुआ है. इसकी वजह से आवास का लाभ उन्हें नहीं मिल पाया. बताते चलें कि वर्ष 2023-24 में पथरगामा प्रखंड को 939 अबुआ आवास का लक्ष्य मिला था, जिसमें विभिन्न पंचायतों में 939 आवास स्वीकृत हुआ है. इस संबंध में पूछे जाने पर पथरगामा प्रखंड के बीपीआरओ सुदर्शन भगत ने बताया कि स्वीकृत 939 आवास में 901 आवास के प्रथम किश्त का भुगतान कर दिया गया है. 38 आवास का भुगतान किया जाना बाकी है. वहीं तीसरे किश्त की राशि का भी भुगतान अब तक नहीं किया गया है. इस पर काम चल रहा है. बताया कि वर्ष 2024 – 25 में पथरगामा प्रखंड को 1611 अबुआ आवास का लक्ष्य प्राप्त हुआ है. बताया कि 2024-25 में आवास स्वीकृति का कार्य किया जाना है.

गरीबों को मिलने वाले आवास में भी चल रहा खेल

ठाकुरगंगटी प्रखंड के कई गरीब परिवारों को न तो पीएम आवास का लाभ मिला हैं और न ही अब अबुआ आवास योजना का. योजना दूसरी ओर आवास का लाभ मिले लोगों पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं. प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो आम लोगों में चर्चा का विषय है. गरीबों को दिया जाने वाले आवास में भी काफी खेल किया जा रहा है. इसमें भी जुगाड़ जंतर हावी है. हालांकि आवास योजना के निर्माण कार्य में लगे लाभुक कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे हैं. ऐसे योजनाओं में भी बिचोलिया हावी हो रहा है या फिर राशि का खेल किया जा रहा है. लाभुक तो पहले अपने आवास योजना को पूर्ण करने में लगे हुए हैं. अमरपुर पंचायत के बभनिया गांव में पिंका महतो व जागेश्वर महतो ने बताया की कच्चा घर पूरी तरह से जर्जर हो चुका है. फिलहाल दूसरी जगह रहने को मजबूर हैं. इसके बावजूद भी आबुआ आवास योजना का लाभ नहीं मिल पाया. जानकारी के अनुसार प्रखंड क्षेत्र में आबुआ आवास योजना की स्वीकृति 810 लोगों को मिली है. 799 लाभुकों को आवास योजना के निर्माण को लेकर राशि भेजी गयी है. प्रथम किस्त 30 हजार 799 लाभुकों को भेजी गयी. दूसरी किस्त 50 हजार रुपये 502 लाभुकों को भेजी गयी है.

951 लाभुकों को मिला है अबुआ आवास योजना के प्रथम किस्त की राशि

बोआरीजोर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में 1050 लाभुकों के लिए आबुआ आवास योजना स्वीकृत हुआ है. इसमें 951 लाभुक को प्रथम किस्त की राशि दी जा चुकी है तथा 717 लाभुक को द्वितीय किस्त की राशि दी जानी है. जिनमें 643 लाभुकों को द्वितीय किस्त की राशि मिल चुकी है, बाकी बचे 74 लाभुकों को भी जल्द द्वितीय किस्त की राशि मिल जाएगी. वीडियो मिथिलेश कुमार सिंह ने बताया कि आवास योजना का लाभ योग्य व्यक्ति को दिया जा रहा है. आवास योजना के द्वितीय सूची भी जारी हो चुकी है. सूची सत्यापन किया जा रहा है. आवास योजना में अनियमिता बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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