राजमहल कोल परियोजना के अधीनस्थ प्राइवेट कंपनी के गुदिया गेस्ट हाउस कैंटीन में काम करने वाले कर्मचारी निरंजन कुमार श्रीवास्तव के साथ मारपीट की घटना सामने आयी है. यह घटना रविवार दोपहर लगभग 2 बजे हुई. घायल कर्मचारी ने बताया कि कैंटीन में काम करने वाले अन्य कर्मियों ने उनके साथ हाथापाई की, जिससे उनका हाथ टूट गया. श्रीवास्तव ने घटना की लिखित शिकायत रविवार को संबंधित थाना में दी थी, लेकिन अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी है. उन्होंने आवेदन में बताया कि कैंटीन में खाने के लिए जाते समय अन्य कर्मियों ने उनके साथ मारपीट की. जब उन्होंने मैनेजर से शिकायत की, तो उसे अनसुना कर दिया गया. घटना के पीछे का कारण आवेदन का खुन्नस बताया जा रहा है. निरंजन ने श्रम अधीक्षक गोड्डा को बताया कि वे पिछले 9 वर्षों से कृष्णा फैसिलिटी सर्विस के तहत गेस्ट हाउस कैंटीन में काम कर रहे हैं. कंपनी के मैनेजर दीपेश कुमार द्वारा पिछले 10 महीनों से लगातार उन्हें शारीरिक एवं मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है. उन्हें रोजाना 14-15 घंटे काम करने के लिए मजबूर किया जाता था और काम नहीं करने पर नौकरी से निकाले जाने की धमकी दी जाती थी. मानसिक एवं शारीरिक प्रताड़ना के बाद निरंजन ने न्याय की गुहार लगायी, तो उसके खिलाफ कैंटीन संचालक ने अन्य कर्मचारियों से मिलकर उन्हें पीटवाया. पुलिस अभी तक मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर पायी है.थाना में आवेदन तो दिया गया था, लेकिन वह अधूरा था. आवेदक को इसे पुनः पूरा करके देने के लिए कहा गया है. घायल को इलाज के लिए महागामा रेफरल अस्पताल भेजा गया था. आवेदन मिलने के बाद मामले को तुरंत दर्ज कर लिया जाएगा.
-मनोज कुमार पाल, थाना प्रभारी, महागामाB
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