महागामा प्रखंड कार्यालय सभागार में सोमवार से तीन दिवसीय सशक्त पंचायत नेत्री अभियान के तहत कार्यशाला का शुभारंभ हुआ. कार्यशाला के पहले दिन प्रखंड क्षेत्र की सभी पंचायतों से निर्वाचित महिला वार्ड सदस्यों को प्रशिक्षण दिया गया. मास्टर ट्रेनर बबीता कुमारी ने बताया कि इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य महिला जनप्रतिनिधियों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करना तथा स्थानीय स्वशासन में उनकी भागीदारी को सशक्त बनाना है. कार्यशाला के दौरान माइक्रोलैब गतिविधि के माध्यम से यह समझने का प्रयास किया गया कि महिलाएं ग्राम पंचायत की मुख्यधारा से कितनी जुड़ी हैं और वे अपने अधिकारों को लेकर कितनी जागरूक हैं. साथ ही यह भी चर्चा हुई कि यदि जागरूकता की कमी है, तो उसके पीछे के सामाजिक और सांस्कृतिक कारण क्या हैं. प्रशिक्षण सत्र में जेंडर आधारित भेदभाव, पितृसत्ता की वैचारिक समझ, कार्य विभाजन में लिंग भेद तथा 73वें संविधान संशोधन के तहत महिलाओं के लिए आरक्षित अधिकारों की विस्तृत जानकारी दी गयी. कार्यशाला के माध्यम से महिला प्रतिनिधियों को आत्मविश्वास के साथ नेतृत्व करने, निर्णय लेने में सक्रिय भागीदारी निभाने और पंचायत के विकास में प्रभावी भूमिका अदा करने हेतु प्रेरित किया गया. कार्यशाला के आगामी दो दिनों में भी विभिन्न सत्रों और गतिविधियों के माध्यम से प्रशिक्षण जारी रहेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

