महागामा प्रखंड के पंचायत भवन सभागार में पोषण भी, पढ़ाई भी अभियान के तहत तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. प्रशिक्षण में क्षेत्र की आंगनबाड़ी सेविकाओं को बच्चों की प्रारंभिक देखभाल, शिक्षा और पोषण से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियों से अवगत कराया गया. प्रशिक्षण का संचालन सुपरवाइजर कनकलता सिंह, अनिता हेंब्रम, किरण टुडू और सुशीला मरांडी ने किया. उन्होंने बताया कि यह प्रशिक्षण राष्ट्रीय पाठ्यक्रम एवं प्रारंभिक बाल अवस्था देखभाल एवं शिक्षा पर आधारित है. सेविकाओं को सिखाया गया कि कैसे वे 3 से 6 वर्ष के बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाई और मानसिक विकास की दिशा में प्रेरित कर सकती हैं. प्रशिक्षण में बताया गया कि शैक्षणिक सत्र के पहले चार सप्ताह बच्चों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं. इस दौरान उन्हें पसंद के अनुसार खेल सामग्री उपलब्ध करायी जाएगी ताकि वे आनंदपूर्वक सीखने की प्रक्रिया में भाग ले सकें. साथ ही गीत, कहानियों और रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से बच्चों की रुचि और क्षमता के अनुरूप सीखने का वातावरण तैयार किया जाएगा. सेविकाओं को यह भी बताया गया कि 18 सप्ताह की योजना आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए एक संगठित शिक्षण चक्र की तरह कार्य करेगी, जिसमें बच्चों को नियमित रूप से शैक्षणिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा. प्रशिक्षकों ने यह स्पष्ट किया कि पोषण और शिक्षा का संतुलन बच्चों के समग्र विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है. इस तरह का प्रशिक्षण आंगनबाड़ी सेविकाओं की कार्यप्रणाली को और अधिक प्रभावशाली और बच्चों के लिए लाभकारी बनाएगा.
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