गिरिडीह समाहरणालय में शनिवार को जिला स्तरीय कार्यशाला हुई. कार्यशाला का उद्देश्य स्कूलों में जल स्वच्छता, स्वच्छता, स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार व छात्रों के आत्म-सम्मान व नेतृत्व विकास था. कार्यशाला का आयोजन लीड्स एनजीओ ने यूनिसेफ और झारखंड शिक्षा परियोजना गिरिडीह के सहयोग से किया. मुख्य अतिथि डीइओ वसीम अहमद ने कहा कि छात्रों के समग्र विकास के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और समावेशी स्कूल वातावरण अत्यंत आवश्यक है. उन्होंने स्कूलों में वॉश के महत्व और छात्रों के आत्म-सम्मान को बढ़ाने की दिशा में शिक्षा विभाग की प्रतिबद्धता जतायी. एडीपीओ ने स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार की प्रक्रिया और मानदंडों पर विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने स्कूलों को स्वच्छता, रखरखाव और सामुदायिक सहभागिता में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया. कार्यशाला में कई स्कूलों के प्राचार्य व प्रधानाध्यापक, वार्डन, बीइइओ, बीपीओ और बाल संसद सदस्यों ने भाग लिया. बाल संसद के सदस्यों ने समाज में समान अवसरों को बढ़ावा देने और रुढ़िवादिता को तोड़ने की शपथ ली. प्रशिक्षण सत्र को डॉ साकेत कुमार, संजय कुमार, पिनाक पानी बयेन व एडिविन जेम्स सोरेन ने संचालित किया. धन्यवाद ज्ञापन एपीओ ने किया.
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