पानी की आपूर्ति शुरू कराने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने 15 दिनों तक दिया था धरना
बिरनी प्रखंड की बाराडीह व मंझलाडीह पंचायत के ग्रामीणों को अधिकारियों के लिखित आश्वासन के एक माह बाद भी पानी नहीं मिल रहा है. दोनों पंचायतों में पेयजलापूर्ति के लिए टंकी बनायी गयी थी, लेकिन दो वर्षों से आपूर्ति बंद है. समस्या को देखते हुए ग्रामीणों ने उपायुक्त समेत आला अधिकारी को अल्टीमेटम देकर पानी सप्लाई शुरू कराने की मांग की थी. इसके बाद भी कोई पहल नहीं हुई तो ग्रामीणों ने बाराडीह बराकर नदी के पास नावाघाट के बाहर धरना 15 दिनों तक दिया था. इसके बाद भी अधिकारियों से सुध नहीं ली, तो ग्रामीण सड़क जाम का निर्णय लिया.नौ मार्च को हुई थी वार्ता
सड़क जाम करने की सूचना मिलने पर बीडीओ फणीश्वर रजवार, पेयजल व स्वच्छता विभाग के एई मोहनलाल मंडल, जेई अजय रजवार समेत अन्य नौ मार्च को आदि नौ मार्च की रात धरना स्थल पर पहुंचे और वार्ता की. अधिकारियों ने संयुक्त रूप से ग्रामीणों को लिखित आश्वासन दिया था कि आठ मई तक जलापूर्ति शुरू की जायेगा, लेकिन एक माह बीत जाने के बाद भी कोई पहल शुरू नहीं की गयी है. इससे ग्रामीणों में आक्रोश है. धरना पर बैठे बब्लू यादव, अशोक कुशवाहा, नरेश यादव, कुंदन राउत, सुनील यादव आदि ने बताया कि जब से बाराडीह पानी से कभी भी लोगों को नियमित रूप से पानी नहीं मिला. साथ ही कई जगह जैसे-तैसे पाइप डालकर खानापूर्ति कर राशि का दुरुपयोग किया गया. दो वर्षो से सप्लाई बंद है. गर्मी से पानी को लेकर हाहाकार मचना शुरू हो गया है. यदि तय समय पर जलापूर्ति शुरू नहीं होती है, तो जुठहा आम मोड़ के पास ग्रामीण धरना देंगे और रोड जाम करेंगे.फंड का अभाव है : जेई
पेयजल व स्वच्छता विभाग के कनीय अभियंता अजय रजवार ने कहा कि विभाग को ना ही केंद्र से राशि मिल हैं और ना ही राज्य से. जब तक फंड नहीं मिलेगा, तब तक कुछ भी नहीं किया जा सकता है. बीडीओ अपने स्तर से उपायुक्त को इससे अवगत करायेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

