स्वामी महिमानंद सन्यासी जीवन तथा आश्रम के विकास के प्रति उनके योगदान को लोगों ने याद किया. आनंद भवन आश्रम के वर्तमान साधारण सचिव गौतम बनर्जी ने बताया कि स्वामी महिमानंद सरस्वती आध्यात्मिक विचारधारा के एक असाधारण व्यक्ति थे. बता दें कि महिमानंद का निधन 24 इसी वर्ष सितंबर को हो गया था.
केंद्र सरकार की नौकरी छोड़ी
स्वामी महिमानंद ने केंद्र सरकार की नौकरी का त्याग कर सन्यासी जीवन अपनाया. स्वमी महिमानंद का जन्म कोलकाता में निपेंद्रनाथ बनर्जी व नमिता बनर्जी के घर 24 सितंबर 1953 को हुआ था. पांच भाई व दो बहनों में वह भाइयों में तीसरे तथा अपने माता-पिता के ये चौथे संतान थे. परिजनों के साथ बचपन बीता. स्वामी महिमानंद की शिक्षा-दीक्षा कोलकाता में हुई. शिक्षा के साथ-साथ खेल प्रेमी भी थे. बॉक्सिंग में उन्हें ऑल इंडिया चैंपियनशिप का पुरस्कार भी मिला था. स्नातक व इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद बॉक्सिंग में नेशनल चैंपियनशिप के बाद प्लेयर कोटा से उन्होंने इंडियन आयरन एंड स्टील कंपनी में इंजीनियरिंग पद पर अपना योगदान दिया. लेकिन, अपने माता-पिता के आध्यात्मिक ज्ञान से ओत-प्रोत महिमानंद सरस्वती गुरुवर साधु सीताराम के हजारीबाग रोड (सरिया) स्थित आश्रम में अपना जीवन सन्यासी के रूप में व्यतीत करना पसंद किया. वर्ष 1990 ई में इन्होंने केंद्र सरकार की नौकरी से त्यागपत्र दिया. वर्ष 1992 ई से लेकर वर्ष 2025 ई (लगभग 34 वर्ष) तक वह आनंद भवन आश्रम के साधारण संपादक रहे. आनंद भवन आश्रम की स्थापना के भी सौ वर्ष से अधिक हो गये. उनके कार्यकाल में आनंद भवन में गुरुवर साधु सीताराम जी महाराज की समाधि स्थल, काली व राधाकृष्ण मंदिर स्थापित किया. प्रत्येक वर्ष विभिन्न उत्सवों में साधु सीताराम जी के भक्त उपस्थित होकर कार्यक्रम में हिस्सा लेते हैं. श्रद्धांजलि सभा में कोलकाता, आसनसोल, पूर्णिया, दुर्गापुर, बनारस, वीरभूम, छत्तीसगढ़, ऋषिकेश, रांची, हजारीबाग सहित विभिन्न जगह से गुरु के भक्ति तथा साधु संत उपस्थित हुए. स्थानीय बच्चों ने भी श्रद्धांजलि सभा में भाग लिया. नर-नारायण सेवा में शामिल होकर प्रसाद ग्रहण किया.
ये थे उपस्थित
इस मौके पर आनंद भवन आश्रम के साधारण सचिन गौतम बनर्जी, सहायक साधारण सचिव राम नारायण दत्त, सुमित मुखर्जी प्रेसिडेंट, अभिजीत सान्याल, अपर्णा सरकार, (खजांची) कमल बनर्जी, तारकनाथ माजी, नूपुर माजी, रोहन मैत्र, सुब्रतो बनर्जी, अनिल सामंतो आदि लोग कार्यक्रम में शामिल हुए.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

