हरियाडीह पंचायत के मंदनाडीह गांव में प्रभात खबर आपके द्वार कार्यक्रम में बोले ग्रामीण
देवरी प्रखंड की हरियाडीह पंचायत के मंदनाडीह गांव में सोमवार को प्रभात खबर आपके द्वार कार्यक्रम आयोजित किया गया. लोगों ने गांव में विकास कार्य नहीं होने पर नाराजगी जतायी. पौलुश टुडू ,अनिता सोरेन, सोमर मुर्मू, रोसिला टुडू, अब्राहम मुर्मू, लूसी टुडू, अनिल सोरेन, संझली बेसरा, सोनिया हांसदा, छोटकी मुर्मू, बड़की सोरेन, सुकुरमुनि हेंब्रम, बिसना मरांडी आदि ने बताया कि गांव के लिए अब तक संपर्क सड़क नहीं बन पायी है. कहा कि यहां पेयजल व्यवस्था का भी बुरा हाल है. आंगनबाड़ी केंद्र नहीं रहने से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सिंचाई की सुविधा भी यहां नहीं है.जलमीनार से नहीं मिल रहा पानी
जलजीवन मिशन के तहत गांव में छह स्थानों पर बोरिंग करवाने व जलमीनार लगाने को सर्वे किया गया. इसमें तीन स्थानों पर बोरिंग कर जलमीनार लगवाया गया है. तीन में से एक जलमीनार अगलगी में जल गया. दो अन्य जलमीनार बंद पड़े हुए हैं. गांव में पेयजल के लिए 13 चापाकल लगवाया गया है, जिसमें आठ चापाकल खराब पड़े हैं. इसके कारण लोगों को पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है. गांव में सामुदायिक भवन की भी सुविधा नहीं है.आज तक नहीं बनी संपर्क सड़क
ग्रामीणों ने बताया कि गांव के लिए सबसे बड़ी समस्या सड़क का अभाव है. संपर्क सड़क की सुविधा नहीं रहने से गांव का विकास नहीं हो पा रहा है. आवागमन में परेशानी को लेकर ग्रामीणों ने चहाल बीआरजीएफ सड़क से दुलाभिठा गांव व नावाडीह होते हुए मेन रोड तक सड़क बनवाने व कारीपहरी तथा कारीधुमन नाला पर पुलिया व सड़क बनवाने की मांग की है. ग्रामीणों के मुताबिक वर्तमान समय में पगडंडी से आवागमन करना पड़ रहा है. बरसात के दिन में परेशानी बढ़ जाती है. बीमार व्यक्ति व गर्भवती महिला को चारपाई पर सड़क तक पहुंचाना पड़ता है.आंगनबाड़ी केंद्र की सुविधा नहीं
गांव में आंगनबाड़ी केंद्र की सुविधा नहीं रहने से नौनिहालों व महिलाओं को आवश्यक सुविधा से वंचित रहना पड़ रहा है. टीकाकरण समेत अन्य कार्य के लिए दो किमी दूर पांडेयडीह गांव जाना पड़ रहा है. गांव की आबादी को देखते हुए ग्रामीणों ने गांव में आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन करवाने की जरूरत है.सिंचाई का साधन भी नहीं
गांव में सिंचाई का साधन उपलब्ध नहीं है. यहां के लोग खेती के लिए पूरी तरह मॉनसून पर निर्भर हैं. पानी के अभाव में रबी व गरमा फसल की खेती से यहां के किसान वंचित हैं. कृषकों का कहना है कि सिंचाई की सुविधा मिलने से यहां के वर्षभर खेती कर वह आत्मनिर्भर बन सकते हैं.क्या कहते हैं ग्रामीण
गांव की सबसे बड़ी समस्या संपर्क सड़क की है. सड़क की सुविधा नहीं रहने से प्रखंड व पंचायत मुख्यालय व रोजमर्रा की खरीदारी के लिए बाजार आने-जाने में काफी परेशानी होती है.
अनीता सोरेन
संपर्क सड़क के अभाव में बरसात के दिनों में आवागमन मुश्किल हो जाता है. बरसात के दिनों में कई बार बीमार व्यक्ति व गर्भवती महिला को चारपाई पर लादकर सड़क तक ले जाना पड़ता है.पौलुश टुडू
सिंचाई की सुविधा नहीं रहने से गांव के लोग रबी व गरमा फसल की खेती नहीं कर पाते हैं. कृषक मौसमी वर्षा पर आश्रित होकर खरीफ फसल की खेती कर पाते हैं.
सोमर मुर्मू
गांव की आबादी एक हजार है, इसके बाद भी गांव में आंगनबाड़ी केंद्र की सुविधा नहीं है. गर्भवती, धातृ व नौनिहालों को सुविधा से वंचित रहना पड़ रहा है.रोसिला टुडू
समस्या समाधान का हो रहा प्रयास : मुखिया
इस संबंध में हरियाडीह पंचायत के मुखिया बाबूमणि सिंह ने बताया कि मंदनाडीह के लिए संपर्क सड़क व पुल नहीं रहने तथा जल संकट और आंगनबाड़ी केंद्र संचालित नहीं होने की सूचना है. इन समस्याओं से ग्रामीण परेशान हैं. समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. वरीय अधिकारियों को भी समस्याओं से अवगत करवाया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है