मुहिम. मंत्री हफीजुल हसन की बर्खास्तगी की मांग को ले भाजपाइयों ने समाहरणालय के समक्ष किया प्रदर्शन
हेमंत सरकार के खिलाफ की गयी नारेबाजी, राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन
झारखंड के मंत्री हफीजुल हसन अंसारी के विवादित बयान के खिलाफ शनिवार को जिले के भाजपाइयों ने समाहरणालय के समक्ष आक्रोश प्रदर्शन किया. इस मौके पर उपस्थित भाजपाइयों ने मंत्री हफीजुल हसन की बर्खास्तगी की मांग की. प्रदर्शन के दौरान मुख्य रूप से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष डॉ रवींद्र राय सहित जिले के कई भाजपा नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे.
मंत्री पर साधा निशाना : आक्रोश प्रदर्शन के दौरान समाहरणालय गेट के समक्ष सभा का आयोजन किया गया. अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष महादेव दुबे ने की. इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने झारखंड सरकार के मंत्री हफीजुल हसन पर जमकर निशाना साधा. साथ ही ऐसे मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की. कहा कि सरकार में रहकर उनके मंत्री द्वारा यह बयान देना कि संविधान से ऊपर शरीयत है, यह संविधान का अपमान है. श्री मरांडी ने कहा कि ऐसे मंत्री जो भारतीय संविधान की शपथ लेते हैं और वह कहते हैं कि संविधान से ऊपर उनके लिए शरीयत है, वैसे मंत्री को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करना चाहिए, अन्यथा यही माना जायेगा कि झामुमाे और कांग्रेस भी मंत्री के बयान से सहमत हैं.तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है राज्य सरकार : श्री मरांडी ने कहा कि जब से इस प्रदेश में झामुमो, कांग्रेस और राजद गठबंधन की सरकार बनी है, तभी से राज्य में सांप्रदायिक झगड़े व दंगे बढ़ रहे हैं. सरस्वती पूजा व दुर्गापूजा पूजा के दौरान विसर्जन तथा रामनवमी व सरहुल के जुलूस के दौरान विघ्न व आपत्ति पैदा करना आम बात हो गयी है. राज्य सरकार तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है. श्री मरांडी ने कहा कि हम यह नहीं कहते हैं कि सब मुसलमान खराब हैं, लेकिन जो लोग सड़क पर आकर तोड़फोड़ करते हैं, पत्थर व लाठी-डंडे चलाते हैं, दंगा-फसाद करते हैं, उन्हें चिह्नित करके उनके ऊपर कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन यह सरकार शांतिपूर्वक तरीके से सड़क पर चलने वाले लोगों पर कार्रवाई करती है.
कांग्रेस ने संविधान में सबसे ज्यादा संशोधन किया : श्री मरांडी ने कहा कि राज्य सरकार की कार्यशैली को देखते हुए जनता को सावधान रहने की जरूरत है. उन्होंने सबों से संगठित होकर ऐसी ताकतों का प्रतिकार करने का आह्वान किया. भारत के संविधान का अपमान करने वाले को कड़ी-से-कड़ी सजा मिले, ताकि कोई संविधान को अपमान करने का दु:साहस ना कर सके. श्री मरांडी ने कहा कि कांग्रेस ने सबसे ज्यादा संविधान में संशोधन करने का काम किया है. कांग्रेस पार्टी ने संविधान निर्माता डॉ आंबेडकर को कोई मान-सम्मान नहीं दिया. उन्होंने कहा कि भाजपा एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ आंबेडकर को मान-सम्मान देने का काम किया है. सभा के बाद राज्यपाल के नाम डीसी की अनुपस्थिति में डीआरडीए के निदेशक रंथु महतो को ज्ञापन सौंपा गया.हेमंत सरकार में संविधान, सद्भाव व राष्ट्रवाद असुरक्षित : डॉ रवींद्रभाजपा के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष डॉ रवींद्र कुमार राय ने कहा कि हेमंत सरकार के कार्यकाल में संविधान, सद्भाव व राष्ट्रवाद असुरक्षित है. उन्होंने कहा कि झारखंड के मंत्रियों के बिगड़े बोल से जनमानस में काफी आक्रोश है. कहा कि मंत्री हफीजुल हसन का बयान काफी आपत्तिजनक है. मंत्री हफीजुल का यह बयान कि संविधान हाथ में और शरीयत दिल में है, से उनकी मंशा स्पष्ट होती है. इससे जनता को सावधान रहने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि मंत्री हफीजुल हसन की बर्खास्तगी तक भाजपा की यह लड़ाई जारी रहेगी.
इन्होंने भी किया संबोधित : सभा को जिलाध्यक्ष महादेव दुबे, पूर्व विधायक लक्ष्मण स्वर्णकार, प्रो. जयप्रकाश वर्मा, अशोक उपाध्याय, सुरेश साव, चुन्नूकांत, दिनेश यादव, जिप अध्यक्ष मुनिया देवी, कामेश्वर पासवान ने भी संबोधित किया. मौके पर जिला महामंत्री महेंद्र वर्मा, संदीप डंगेच, नवीन सिन्हा, सुभाषचंद्र सिन्हा, प्रकाश सेठ, अनूप सिन्हा, रंजीत राय, प्रो विनीता कुमारी, शालिनी बैसख्यिार, उषा कुमारी, संगीता सेठ, रंजन सिन्हा, विनय सिंह, प्रकाश दास, सुनील पासवान, विनय शर्मा, संजीव कुमार, मिथुन चंद्रवंशी, सुरेश मंडल, संजीत सिंह, सिंकू सिन्हा, राजेश जायसवाल, नवनीत सिंह, मनोज तुरी सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे.गिरिडीह स्टेडियम से समाहरणालय तक निकाला पैदल मार्चआक्रोश प्रदर्शन को लेकर भाजपाइयों ने गिरिडीह स्टेडियम से लेकर समाहरणालय तक पैदल मार्च किया. कड़ी धूप में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के साथ-साथ काफी संख्या में कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए समाहरणालय गेट के समक्ष पहुंचे. इसमें महिला कार्यकर्ताओं की भी अच्छी खासी संख्या थी. सबों के हाथों में विभिन्न स्लोगन लिखी हुई तख्तियां थीं. भाजपाइयों द्वारा मंत्री हफीजुल हसन को बर्खास्त करने की मांग की जा रही थी.
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