एक माह से नि:शुल्क के गांव में रात में पहरा दे रहे चार बुजुर्ग
गांव में जंगली जानवर और चोरों से निपटने लिए बुजुर्गों ने एक मिसाल पेश की है. बुजुर्गों का जज्बा आज बगोदर थाना क्षेत्र के सभी गांव के लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है. हम बात कर रहे हैं बगोदर प्रखंड के पथलडीहा गांव की. बता दें कि बगोदर प्रखंड के औरा पंचायत के पथलडीहा के गांव में पिछले एक माह से रात सुरक्षा की कमान चार बुजुर्ग मोती महतो, किशुन महतो, भोला महतो और कुंजलाल महतो संभाल रहे हैं. सभी की 60-65 उम्र है. चारों बुजुर्ग जंगली जानवर के बढ़ते उत्पात और चोरी से तंग आकर रात सुरक्षा की कमान संभाली. पथलडीहा गांव में हाथियों व जंगली सुअर का उत्पात लगातार जारी था. जानवर फसलों का नुकसान पहुंचा रहे थे. इधर, टोले-मोहल्ले में छोटी-मोटी चोरी की घटना शुरू हुई. इससे ग्रामीणों को काफी नुकसान पहुंच रहा था. हाथियों फसलों को बर्बाद कर रहे थे, तो जंगली सुअर मूंगफली, सब्जी की बारी को खराब कर रहे थे. ग्रामीणों ने बैठक कर गांव को सुरक्षितकरने पर विचार किया. चार बुजुर्गों ने बिना किसी स्वार्थ के रात में गांव की सुरक्षा की कमान संभाली. रात होते ही चारों हाथों में लाठी, टॉर्च लेकर निकल पड़ते.सीटी की आवाज सुनते ही, सतर्क हो जाते हैं ग्रामीण
बुजुर्गों की सीटी की आवाज से पूरे गांव गूंजती रहती है. यह क्रम पिछले एक माह से चल रहा है. यह उम्र जब आराम करने का होती है, चारों बुजुर्ग गांव की सुरक्षा कर रहे हैं. सुरक्षा में लगे मोती महतो ने बताया कि गांव हमारा है और इसे सुरक्षित रखना सबका दायित्व है. गांव के लोग धान, मकई समेत अन्य फसल लगाते हैं. जंगली जानवर लगातार बर्बाद कर रहे थे. ऐसे में हमलोग रात को जाग कर बिना कोई लालच के गांव की सुरक्षा में लग गये. बताया कि हमलोग भाला, लाठी लेकर 12 बजे से चार बजे सुबह गांव के टोले में घूमते हैं, ताकि किसी भी तरह से चोरी ना हो. कहा कि इस दौरान किसी अज्ञात व्यक्ति को देख उसकी जांच भी करते हैं और फिर इसकी सूचना अन्य साथियों को भी देते हैं.थाना प्रभारी ने बुजुर्गों को किया सम्मानित
बगोदर थाना प्रभारी विनय कुमार यादव ने बताया कि चारों बुजुर्गों को पथलडीहा गांव में रात्रि को पहरेदारी करते देखा. उनसे इस संबंध में इसकी जानकारी भी ली. कहा कि उनका यह प्रयास काफी सराहनीय है. इससे अन्य गांव के युवाओं को सीख लेनी की जरूरत है. इन बुजुर्गों के जज्बे को देखते हुए गिरिडीह एसपी के दिशा-निर्देश पर उन्हें पुलिस मित्र के तौर सम्मानित किया गया है.
क्या कहते हैं मुखिया : इसे लेकर पूर्व मुखिया महेश महतो ने कहा कि इनके जज्बे से प्रेरित होकर तीन अन्य लोगों ने भी रात्रि सुरक्षा की बीड़ा बुधवार की रात उठायी है. यह सराहनीय है. इन्हें सभी सहयोग और सम्मान दिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

